10.30 बजे होनी थी साहित्य अकादमी की बैठक, लेकिन उससे पहले ही जता दिया लेखकों ने विरोध, मुंह पर काला कपड़ा बांध सड़कों पर निकले लेखक
नई दिल्ली। सेंट्रल दिल्ली में शुक्रवार को तकरीबन 50 लेखकों और कलाकारों ने हाथों में पोस्टर लेकर और काले कपड़े से मुंह ढक कर देश में लेखकों और विचारकों तथा दादरी में बीफ की अफवाह पर की गई हत्या का विरोध किया।
यह मार्च 10.30 बजे की जाने वाली साहित्य अकादमी की एक बैठक के पहले किया गया। आपको बता दें कि हाल ही में 40 लेखकों ने उनके साहित्य अकादमी पुरस्कार देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में लौटा दिए हैं। उन्होंने पिछले माह दादरी में एक 52 साल के मुस्लिम की बीफ की अफवाह पर हत्या कर दिए जाने का विरोध जताया। लेखकों ने विरोध जताते हुए कहा कि वह अकादमी जिसके चेयरपरसन स्वयं प्रधानमंत्री हैं को लोगों के हितों के लिए बोलना चाहिए।
पिछले सप्ताह केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने लेखकों द्वारा पुरस्कार लौटाए जाने की भर्त्सना की थी। जेटली ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से पूछा था कि क्या यह विरोध असली है या बनाया गया है? क्या यह एक वैचारिक असहिष्णुता का मामला नहीं है?