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दिल्ली में डेंगू संकट: अस्पताल की लापरवाही से गई एक और की जान

Published: Sep 19, 2015 06:09:00 pm

दिल्ली के देवली इलाके में रहने वाले 38 वर्षीय हरीश चौहान भी अस्पतालों की लापरवाही का शिकार हुए

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नई दिल्ली। दिल्ली के देवली इलाके में रहने वाले 38 वर्षीय हरीश चौहान भी अस्पतालों की लापरवाही का शिकार हुए हैं। हरीश के परिवार वालों का कहना है कि उनकी मौत डेंगू से हुई, जिसकी पहचान दिल्ली के बत्रा अस्पताल ने बहुत देर से की। इसके बाद अस्पताल ने हरीश की मौत के बाद लंबा चौड़ा बिल थमा दिया और बिल जमा करने के बाद ही परिवार वालों को शव दिया गया।

हरीश के भाई ने कहा है कि पहले सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों ने यह कहते हुए हरीश को भर्ती नहीं किया कि उनके पास बेड नहीं हैं। उसके बाद जब बत्रा अस्पताल ले जाया गया तो वहां इलाज शुरू किए जाने से पहले ही 40 हजार रूपए जमा करा लिए गए। पांच दिनों तक हरीश का इलाज चला और डॉक्टर कहते रहे कि उसे लीवर की बीमारी है, लेकिन हरीश की एक भी रिपोर्ट में लीवर से जुड़ी किसी बीमारी की बात सामने नहीं आई और 17 सितंबर को बताया गया कि हरीश को डेंगू है और अगले ही दिन उसकी मौत हो गई।

वहीं इस मामले में बत्रा अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि उसे लीवर की गंभीर बीमारी थी और उसकी हालत भी गंभीर थी। पहले उसका इलाज भी हुआ। लेकिन बाद में 17 सितंबर को जांच के दौरान पता चला कि उसे डेंगू भी है। इलाज के दौरान 18 सितंबर को उसकी मौत हो गई। आपको बता दें कि दिल्ली में अब तक डेंगू के कारण 20 लोगों की मौत हो चुकी है।

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