कोरोना के नाम पर लोगों से ठगी जानकारी के मुताबिक, मालवीय नगर इलाके में कुश परासर नामक एक डॉक्टर कोरोना के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठता और गलत रिपोर्ट बनाकर देता था। दरअसल, इसके लिए वह बड़ी पैथ लैब्स का नाम इस्तेमाल करता था ताकि लोगों को शक न हो। लेकिन, एक शख्स की शिकायत पर उसकी पूरी पोल खुल गई। दक्षिणी दिल्ली के एक शख्स, जो नर्स उपलब्ध करवाने का काम करता है। उसने डॉक्टर से संपर्क किया और दो नर्सों को कोरोना टेस्ट करवाने की बात डॉक्टर कुश परासर से कही। डॉक्टर कुश परासर ने उससे अच्छी खासी रकम ली और दोनों नर्सों के सैंपल भी ले लिए। लेकिन, उसने यह सैंपल किसी लैब में न भेजकर अपने दोस्त अमित सिंह की मदद ली और कोरोना निकली कोरोना रिपोर्ट निगेटिव बताकर उसे दे दिया। लेकिन, अमित ने इस बार रिपोर्ट बनाने में गलती कर दी और सारी सच्चाई सामने आ गई। उस व्यक्ति ने बताया कि रिपोर्ट में एक नर्स का नाम गलत हो गया था, जिसके बाद वह उस लैब में पहुंचा जिससे रिपोर्ट मंगाई गई थी। लेकिन, लैब वालों ने कहा कि उनके यहां इस नाम का किसी टेस्ट ही नहीं हुआ है। इस खबर के बाद उस शख्स को शक हुआ और उसने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी डॉक्टर शिकायत मिलने के बाद पुलिस की टीम कुश परासर के पास पहुंची और सारी सच्चाई अपने आप सामने आ गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने कुश के सहयोगी अमित सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने अब तक 75 लोगों को अपना शिकार बनाया है। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही हैं। वहीं, इस खुलासे से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। लेकिन, बड़ा सवाल ये भी उठ रहा है कि जिस महामारी में डॉक्टर पर लोगों को सबसे ज्यादा भरोसा है अगर वह इस तरह के काम करेंगे तो लोगों में और खौफ बढ़ता जाएगा।