स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि लॉकडाउन में ढील दिए जाने पर जनता के काफी सुझाव आए हैं। उन्होंने कहा कि अधिकांश लोगों ने कहा कि वह सोशल डिस्टेसिंग और मास्क पहनने के नियमों का जरूरत पालन करेंगेष। साथ ही लोगों ने यह भी सुझाव दिया है कि जरूरत के हिसाब से बस और मेट्रो की सेवा शुरू की जा सकती है। इतना ही नहीं 25 से 50 प्रतिश तक मॉल, शॉपिंग कॉम्पलेक्स खोलने की लोगों ने सलाह दी है। इसके अलावा दुकानों को ऑड-ईवन के आधार पर खोलने के लिए लोगों ने सुझाव दिए हैं। हालांकि, इस पर आखिरी मुहर केन्द्र और राज्य सरकार के निर्णय के बाद लगेगी।
सत्येन्द्र जैन के कहा कि लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में हर दिन तकरीबन 10 लाख लोगों को सुबह और शाम अभी भोजन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर 20 लाख लोगों को भी खाने देने की जरूरत पड़ी तो दिल्ली सरकार उसके लिए पूरी तरह से तैयार है। यहां आपको बता दें कि लॉकडाउन के कारण कई मजदूरों के काम-काज बंद और उनके पास न तो पैसे हैं और ना ही खाना। इतना ही नहीं कई प्रवासी मजूदर अपने घर भी वापस जा रहे हैं। इधर, सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि लॉकडाउन में रियायतें देने के केंद्र के फैसले के बाद सोमवार से कई आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, सीएम ने कहा कि लोगों ने यह भी सुझाव दिए हैं कि 17 मई के बाद स्कूल, स्पा, कॉलेजों, मॉलों को न खोला जाए। अब देखना ये है कि 17 मई के बाद दिल्लीवासियों को क्या रियायत मिलती है और किन चीजों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।