एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में हामिद अंसारी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने इस भीषण हिंसा को रोकने की कोशिश नहीं की। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में फैली हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित था। अंसारी ने कहा कि दिल्ली में हिंसा होती रही और सरकार सोती रही। उन्होंने यहां तक कहा कि दंगों के लिए एक तरह से नेताओं ने इशारा दिया था। हालांकि, उन्होंने किसी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि लोगों ने उनके बयान सुने।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली में पहले भी कत्लेआम हुए हैं। लेकिन, बाहर वाले आक्रमणकारी हिंसा करते और करवाते थे। लेकिन, अब दूसरे तरह की हत्या हुई है। ये ऐसा पहली बार हुआ है कि सब कह रहे हैं सरकार ने रोकने की कोशिश नहीं की। इन सबके अलावा हामिद अंसारी ने मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
यहां आपको बता दें कि दिल्ली में फैली हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। लोग अपनी-अपनी जरूरतों के हिसाब से बाहर निकल रहे हैं। दंगा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। वहीं, हिंसाग्रस्त कई इलाकों में धारा 144 में ढील दी गई है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि राजधानी में जारी हिंसा को लेकर अब तक 123 एफआईआर दर्ज हुए हैं। 25 एफआईआर फायर आर्मस की दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक 630 लोगों को पकड़ा गया है। वहीं, दंगा भड़काने का आरोपी ताहिर हुसैन अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है, जबकि आठ राउंड फायरिंग करने वाला और पुलिस पर बंदूक तानने वाला शाहरुख पठान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, शाहरुख से पूछताछ जारी है और कयास लगाया जा रहा है कि इस हिंसा को लेकर कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।