बता दें कि 2005 में माणिक सरकार के सरकारी क्वार्टर के सैप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल निकलने का मामला प्रकाश में आया था, लेकिन तब उन्होंने अपने आप को इस पूरे मामले से अलग करते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी हालांकि सीबीआई ने इस मामले का जांच करने से मना कर दिया। मामला सामने आने के बाद त्रिपुरा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समीर रंजन बर्मन ने आरोप लगाया था कि कंकाल मिलने वाली महिला के साथ बलात्कार किया गया था और फिर बाद में उसकी हत्या कर दी गई। साथ हीं उसके परिवार को त्रिपुरा छोड़ने पर मजबूर किया गया।
बताते चलें कि पिछले 25 सालों से त्रिपुरा में भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सरकार थी और माणिक सरकार मुख्यमंत्री थे। हालांकि अब भारतीय जनता पार्टी ने सुनील देवधर के नेतृत्व में ही त्रिपुरा में वामपंथी किला फतह करते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की है। और अब माणिक सरकार अगरतला में स्थित सीपीएम का दसरथ देब स्मृति भवन के एक कमरे में अपनी पत्नी के साथ रहेंगे। फिलहाल माणिक सरकार इस बंगले के पास ही स्थित अपनी पार्टी के दफ़्तर में बने एक कमरे में अपनी पत्नी के साथ रह रहे हैं।