scriptराजस्‍थानी लोकगीतों की धूम 28 जुलाई को दिल्‍ली में | Dhule of Rajasthani folk songs in Delhi on 28th July | Patrika News

राजस्‍थानी लोकगीतों की धूम 28 जुलाई को दिल्‍ली में

Published: Jul 24, 2019 06:12:44 pm

Submitted by:

Mukesh Kejariwal

मामे खान और उनकी टीम पेश करेगी लोक गायकी का रस
रिवायत लोक उत्‍सव में शामिल होंगे कई और कलाकार

Mame khan

राजस्‍थानी लोकगीतों की धूम 28 जुलाई को दिल्‍ली में

नई दिल्ली। राजस्‍थान की लोक कलाओं का अपना रस और आनंद है। राजस्‍थान के लोकगीतों को देश-दुनिया के कई मंचों तक पहुंचाने वाले लोक कलाकार मामे खान और उनकी टीम आगामी 28 जुलाई को प्रस्‍तुति देगी।

रिवायत लोक उत्‍सव के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जाने माने संगीतकार और फिल्मकार मुजफ्फर अली होंगे। मांगनियार समुदाय के मामे खान और उनकी टीम के कार्यक्रमों के अलावा ‘दास्तान ए चौबोली’ के जरिए महमूद फारुकी और दारेन शाहिदी लोक जिंदगी के कुछ पहलुओं से रूबरू कराएंगे। लोक कलाओं के इस कार्यक्रम में कई ऐसी प्रस्‍तुतियां होगी जिसे सुनकर और देखकर प्रभावित हुए बिना नहीं रहा जा सकता। कार्यक्रम में स्‍वानंद किरकिरे और मनोज मुंतशिर के साथ नगमा सहर का संवाद लोक कलाओं को लेकर अपनी बात श्रोताओं के सामने करेंगे। लोक कलाओं के इस उत्‍सव की सबसे खास बात यह है कि लोक गायकी, संवाद कार्यक्रमों और दास्‍तानगोई सब एक साथ देखने और सुनने को मिलेगा।

कार्यक्रम के आयोजकों के मुताबिक रिवायत की स्थापना भारतीय लोक कलाओं की अलग-अलग शैलियों को समझने और इस सांस्कृतिक विविधता का उत्सव मनाने के मकसद से किया गया है। इसका पहला आयोजन दिल्‍ली में किया जा रहा है, आने वाले दिनों में देश के अन्य शहरों में भी लोक कलाओं का उत्सव आयोजित किए जाएंगे। इस संस्‍था का मकसद लोक कलाओं की धरोहर का संयोजन करना और उन लोक कलाकारों को प्रोत्‍साहित करना है, जो इस परंपरा को आगे ले जाने का हुनर और दमखम रखते हैं। संस्‍था लोक कलाओं के अलग-अलग रूपों, संगीत, नृत्‍य, कथा-वाचन, गायकी, चित्र शैली, खान-पान के समागम के लिए प्रतिबद्व है।

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