कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए मेट्रो में सीमित यात्रियों को चढ़ने की अनुमति होगी। मेट्रो के परिचालन शुरू होने पर एक कोच में अधिकतम 50 लोग ही सफर कर पाएंगे। सबसे लंबी आठ कोच वाली ट्रेन में एक बार में सिर्फ 400 यात्रियों को सफर करने का मौका मिलेगा।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए यात्रियों के बीच दूरी रखनी होगी। इसी के तहत पैसेंजसर्स को एक सीट छोड़कर बैठना होगा। यानी दो यात्रियों के बीच एक सीट खाली रहेगी। मेट्रो ने इसके लिए सीट पर स्टिकर भी लगाए हैं।
पैसेंजर्स मेट्रो कोच में खड़े होकर भी सफर कर सकते हैं। हालांकि यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह एक मीटर की दूरी बनाकर खड़े हो। साथ ही मुंह पर मास्क और हाथों में ग्लव्स पहनें। इसके अलावा अपने साथ सैनिटाइजर जरूर रखें।
मेट्रो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है या नहीं साथ ही लोगों हाइजीन का ख्याल रख रहे या नहीं। इस बात की मॉनिटरिंग की जाएगी। मेट्रो सुरक्षाकर्मी सीसीटीवी कैमरे के जरिए लोगों की निगरानी करेंगे।
मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए अलग-अलग ट्रेनों में उपलब्ध कोच के अनुसार यात्रियों की संख्या तय होगी। जैसे चार कोच वाली ट्रेन में 200, छह कोच वाली में 300 और आठ कोच वाली ट्रेन में 400 यात्री एक बार में सफर कर पाएंगे।