एमसीडी द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मलेरिया के 71, डेंगू के 55 और चिकनगुनिया के 108 मामले इस साल 1 जुलाई तक सामने आए हैं। इस बार एक साथ डबल इन्फेक्शन डेंगू और चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया के मामले सामने आ रहे हैं।
नई दिल्ली: मस्तिष्क से उत्पन्न होने वाले इन्फेक्शन के मामलों में राजधानी दिल्ली में फिर वृद्धि हुई है। लेकिन इस बार शहर के अस्पतालों ने मरीजों में एक साथ दो संक्रमण पाए जाने के मामलों की सूचना दी है। जहां मरीजों के टेस्ट कराने पर एक ही समय में दो इनफेक्शन पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। एमसीडी द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, मलेरिया के 71 , डेंगू के 55 और चिकनगुनिया के 108 मामले इस साल 1 जुलाई तक सामने आए हैं।
एक साथ पाए गए डबल इन्फेक्शन
डॉक्टरों ने यह पुष्टि की है कि ऐसे मामले हैं, जिनमें मरीजों का टेस्ट मलेरिया और डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया दोनों एक साथ पॉजिटिव पाए गए हैं। एक अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि सर गंगा राम अस्पताल में कम-से-कम सात रोगियों में डबल इंन्फेक्शन पाया गया है। दिल्ली के अस्पताल में दर्ज नया मामला 30 वर्षीय आदमी का है, जिसमें चिकनगुनिया के सबसे आम लक्षण (बुखार और जोड़ दर्द) पाए गए हैं।
चिकनगुनिया के लिए नहीं कोई इलाज- डॉ अतुल गोगिया
सर गंगाराम अस्पताल के चिकित्सा विभाग के सलाहकार डॉ अतुल गोगिया ने कहा कि जब मरीज की जांच हुई तो चिकनगुनिया का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया। चूंकि चिकनगुनिया के लिए कोई इलाज नहीं है, इसलिए हमने लक्षणों का इलाज किया और रोगी को शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए तरल पदार्थ पीने की सलाह दी है। हालांकि, डॉक्टरों ने कहा कि बुखार और ठंड लगने के लक्षण कम नहीं हुए। हमने मलेरिया के लिए भी रोगी का परीक्षण किया और यह भी पॉजिटिव आया।
22 वर्षीय युवक में एक साथ पाया गया मलेरिया और डेंगू
दूसरे मामले में डॉ गोगिया ने कहा कि सर गंगाराम अस्पताल में भेजे गए 22 वर्षीय व्यक्ति के प्लेटलेट्स की गिनती कम पाई गई जो डेंगू का लक्षण है। रोगी को तेज बुखार और कम प्लेटलेट्स की शिकायत थी। हमने बाद में मलेरिया के लिए परीक्षण किया और यह भी पॉजिटिव था।
डबल इन्फेक्शन में मलेरिया का पहले जरूरी- डॉ गोगिया
डॉक्टर ने कहा कि डबल इन्फेक्शन वाले रोगियों का सही तरीके से इलाज करना होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई और परेशानी पैदा न हो। डॉ गोगिया ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया में, केवल लक्षणों का ही इलाज हो सकता है अन्य कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। हालांकि, जब मरीज को डेंगू और मलेरिया होता है, तो यह सुनिश्चित हो कि मलेरिया का सबसे पहले इलाज किया जाए। चूंकि मलेरिया के लक्षण डेंगू की नकल करते हैं, इसलिए अधिकांश मामलों में इसकी अनदेखी करना ठीक नहीं है। इसलिए, मलेरिया का इलाज सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका इंन्फेक्शन डेंगू और चिकनगुनिया के विपरीत नहीं है।
पिछले वर्ष एम्स में पहला मामला सामने आया
पिछले साल, एम्स ने चिकनगुनिया के साथ दोहरे इन्फेक्शन की पुष्टि की थी। 9.4 प्रतिशत रोगियों में डेंगू और चिकनगुनिया दोनों थे, जबकि 3 प्रतिशत में मलेरिया और चिकनगुनिया थे। चिकनगुनिया और डेंगू मच्छर से उत्पन्न वायरल इन्फेक्शन हैं। इनके लक्षण, जैसे कि बुखार, चकत्ते और जोड़ों में दर्द आदि हैं। इसका कारण जीव, चिकनगुनिया विषाणु, एडीज, एजेपी मच्छर द्वारा मनुष्यों में फैलना है। हालांकि, मलेरिया, परजीवी प्रोटोजोआओं के कारण एक मच्छर से उत्पन्न संक्रमण है और आमतौर पर संक्रमित मादा एनाफ्लीज मच्छर द्वारा फैलता है।