राजस्थान के भरतपुर में एक ऐसा डॉक्टर है, जो अपने मरीज को पर्चे पर दवाई लिखने के साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए भी कहता है। 69 साल के डॉ. दिनेश शर्मा कुछ ऐसा ही करते हैं। मेडिसिन में एमडी और हृदय रोग में शोध कर चुके डॉ. शर्मा मरीजों को दवाओं के अलावा हनुमान चालीसा पढ़ने और मंदिर जाने के लिए भी कहते हैं। सोशल मीडिया पर उनका एक प्रिस्क्रिप्शन वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने लिखा है – हनुमान चालीसा का पाठ करिए, प्रतिदिन मंदिर में आरती के समय जाइए।
उनके हर पर्चे पर सबसे ऊपर यह भी लिखा होता है कि डॉक्टर सिर्फ इलाज करता है, ठीक भगवान करता है।
उनका क्लिनिक भरतपुर के रंजीत नगर में रेलवे स्टेशन रोड पर है। सप्ताह में दो दिन ही मरीजों को देखते हैं और उनमें से अधिकांश मरीज गांव के होते हैं।
डॉ. शर्मा भरतपुर के जिला अस्पताल में सीनियर फिजीशियन रह चुके हैं। 1998 में उन्होंने रिटायरमेंट ली थी।
उनके मुताबिक वे मरीजों को आध्यात्मिक होने की सलाह इसलिए देते हैं ताकि मरीजों का दिलों-दिमाग शांत रहे। उनका मानना है कि कुछ मरीज तो केवल तनाव के कारण ही बीमार हो जाते हैं। इसलिए मैं उनको मंदिर जाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह देता हूं। इससे उनका तनाव कम होता है और मन को शांति मिलती है।
उनका क्लिनिक भरतपुर के रंजीत नगर में रेलवे स्टेशन रोड पर है। सप्ताह में दो दिन ही मरीजों को देखते हैं और उनमें से अधिकांश मरीज गांव के होते हैं।
डॉ. शर्मा भरतपुर के जिला अस्पताल में सीनियर फिजीशियन रह चुके हैं। 1998 में उन्होंने रिटायरमेंट ली थी।
उनके मुताबिक वे मरीजों को आध्यात्मिक होने की सलाह इसलिए देते हैं ताकि मरीजों का दिलों-दिमाग शांत रहे। उनका मानना है कि कुछ मरीज तो केवल तनाव के कारण ही बीमार हो जाते हैं। इसलिए मैं उनको मंदिर जाने और हनुमान चालीसा का पाठ करने की सलाह देता हूं। इससे उनका तनाव कम होता है और मन को शांति मिलती है।