दो फीट गहरे गड्ढे में ढूंढ निकालता है सबूत
बेल्जियम मेलिनोइज एक ऐसे डॉग की खास ब्रीड है जो दो फीट गहराई में छिपे सबूत भी ढूंढ निकालता है। फिलहाल ये श्वान आर्मी के पास हैं। इसके अलावा पेंच, कान्हा, पन्ना और संजय टाइगर रिजर्व में भी सुरक्षा में तैनात है।
व्हाइट हाउस की सुरक्षा में भी तैनात
बेल्जियम मेलिनोइज की अद्भुत क्षमता के चलते व्हाइट हाउस में भी इसे ही सुरक्षा के लिहाज से तैनात किया गया ह। इसके लिए सिक्योरिटी अधिकारियों ने दुनियाभर में एक सर्वे के बाद बेल्जियम मेलिनोइज को चुना था।
आईजीआई एयरपोर्ट पर भी होंगे तैनात
दिल्ली मेट्रो और इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर संभावित फिदायीन हमले को नाकाम करने के लिए सीआईएसएफ इन कुत्तों को प्रशिक्षित करेगी। इन दोनों ही जगहों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के हाथों में है। अगर इसका ऑर्डर दिया जाता है तो फिदायीन हमले को रोकने के लिए केन्द्रीय बल के पास कुत्तों का यह पहला दस्ता होगा।
हमलों की चेतावनी के बीच बड़ा कदम
पहली बार इन्हें काजीरंगा नेशनल पार्क में जानवरों को शिकार बनाए जाने के खिलाफ तैनात किया गया था। यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया गया है जब लगातार खुफिया एजेंसियों की तरफ से इन दोनों ही संवेदनशील जगहों पर आत्मघाती हमले की चेतावनी दी जा रही है।
ये भी हैं डॉग की खासियत
ये डॉग 9 गज दूरी से गंध को पहचान कर शिकारी को तलाश सकता है। इसके अलावा 2 फीट गहराई में कोई जानवरों की तस्करी का सामान गाढ़ा गया है या कोई संवेदनशील वस्तु छिपी है तो ये डॉग इसे भी ढूंढ निकालता है। यही नहीं 24 घंटे बाद भी व्यक्ति के रास्ते से गुजरने की गंध को पहचान लेता है।