1600-1800 चीनी सैनिक फिर आ जमे
दरअसल, तीनों देशों के विदेश मंत्रालय ही यह बैठक अप्रैल में होनी प्रस्तावित थी। लेकिन उस समय चीनी विदेश मंत्री की ओर से यह स्थगित कर दी गई थी। कूटनीतिज्ञों की मानें तो इस बैठक में तीनों देशों के बीच होने वाले व्यापार को बढ़ावा देने व क्षेत्रीय शांति से जुड़े मुददे उठाए जा सकते हैं। वहीं दूसरी ओर चीनी सैनिकों ने एक बार फिर सिक्किम-भूटान-तिब्बत सीमा के पास डोकलाम क्षेत्र में अपना जमावड़ा लगाया है। इस क्षेत्र में करीब 1600-1800 चीनी सैनिक फिर आ जमे हैं। वे यहां हेलिपैड्स, रोड और शिविरों को निर्माण कर रहे हैं। इस क्षेत्र में पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के जवान स्थाई रूप से रहते हैं।
डोकलाम विवाद
चीनी सैनिको ने भूटान क्षेत्र में अड्डा जमाया खबरों की माने तो ‘पहले डोकलाम में हर साल अप्रैल-मई और अक्टूबर-नवंबर में PLA के सैनिक आ जाते थे और इस पर दावा करते थे। 28 अगस्त को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव खत्म होने के बाद पहली बार ऐसा देखा गया है कि PLA ने भूटान क्षेत्र में अड्डा जमा लिया है। हालांकि भारत के साथ यथास्थिति बनी हुई है। अगस्त में चीन ने अपने सैनिको को पीछे लिया था आपको बता दें इससे पहले भारतीय जवानों ने चीन को सड़क बनाने से रोक दिया। इसके बाद अगस्त में पीएम मोदी के चीन दौरे से पहले चीन ने अपने सैनिकों को 150 मीटर पीछे लौटा लिया। अब इस क्षेत्र में शांति है और भारत-चीन की सेनाएं 500 मीटर दूर रहती हैं। हालांकि लाइन ऑफ ऐक्चुअल कंट्रोल पर सैनिकों की आवाजाही रहती है। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद चीन ने डोकलाम में दक्षिण की तरफ सड़क बनाने की कोशिश नहीं की है।