वर्ष 2015 में बराक ओबामा थे मुख्य अतिथि
प्रधानमंत्री बनने के बाद सबसे पहले नरेंद्र मोदी ने तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को गणतंत्र दिवस में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। ओबामा साल 2015 में आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में मोदी सरकार के पहले मुख्य अतिथि बने थे। मोदी सरकार ट्रंप को भारत बुलाकर दुनिया को बड़ा संदेश देना चाहती है, क्योंकि इस समय चीन, रूस और ईरान समेत दुनिया के कई देशों के रिश्ते अमरीका से सामान्य नहीं हैं।
ये भी पढ़ेंः अमरीकाः ट्रंप प्रशासन को बड़ी राहत, अप्रवासी बच्चों को परिजनों से मिलाने के लिए समयसीमा बढ़ी
इसलिए महत्वपूर्ण है ट्रंप का दौरा
बीते कुछ महीनों से भारत और अमरीका के रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। इसकी मुख्य वजह अमरीका और भारत का एक दूसरे के उत्पादों पर शुल्क लगाना है। इसके अलावा भारत का ईरान के साथ संबंधों पर भी अमरीका को ऐतराज है। भारत ने रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने के लिए समझौता कर रखा है जो अमरीका को रास नहीं आ रहा है। भारत इस मिसाइल को खरीदने के लिए अमरीका से प्रतिबंधों में ढील देने की इजाजत भी मांगी है। अमरीकी की वजह से रूस से S-400 मिसाइल का सौदा अटका पड़ा है। अगर ट्रंप जनवरी में भारत आते हैं तो इन तमाम विवादित मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।