सूत्रों ने बताया कि इन्हें शादी के लिए सोमवार सुबह 11 बजे के निर्धारित ‘मुहूर्तम’ में पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। दुल्हन के परिवार को लगभग 4 बजे ई-पास की मंजूरी मिलने के बाद ही उन्हें केरल को पार करने की अनुमति दी गई।
जानिए क्या था पूरा मामला अधिकारियों ने कोविड-19 लॉकडाउन के मद्देनजर एक वैध अंतर-राज्य यात्रा पास नहीं होने पर सोमवार सुबह 7 बजे के आसपास थलपाडी चेक-पोस्ट पर पहुंची दुल्हन विमला और उसकी मां को दूल्हे के घर की ओर जाने देने की अनुमति देने से इंकार कर दिया। विमला ने मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देते हुए 15 दिन पहले ही पास के लिए आवेदन किया था। लेकिन कोई चिकित्सा प्रमाण पत्र संलग्न नहीं होने की वजह से उसके आवेदन को खारिज कर दिया गया था। इस बात का दुल्हन को पता नहीं होने की वजह से उससे फिर से ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कहा गया और शाम 4 बजे के आसपास उसे मंजूरी मिल गई। विमला और उसकी मां को लेने आए दूल्हे पुष्पराज को केरल की तरफ की चौकी के पास इंतजार करना पड़ा। हालांकि अनुमति मिलने में देरी होने की वजह से उनके द्वारा निर्धारित समय पर शादी नहीं हो पाई। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि महिला के दूसरे राज्य से आने के कारण नवविवाहित जोड़े को 14 दिनों के होम क्वारंटीन से गुजरना होगा।