बंधक बनाए जाने की खबर झूठी
सुषमा ने भारतीयों को बंधक बनाए जाने की खबर को झूठी बताते हुए उनके मरने की पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मरने वालों की शिनाख्त की जा चुकी है। इस दौरान राज्यसभा में आतंकी संगठन की क्रूरता का शिकार हुए भारतियों को श्रद्धांजलि भी दी गई। बता दें कि जून 2014 में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के मोसुल शहर पर कब्जा करने के बाद से 39 भारतीय शहर से लापता हो गए थे। सिंह ने इस संबंध में जुलाई में इराक की यात्रा की थी।
शवों को लाया गया बगदाद
विदेश मंत्री ने बताया कि 27 जुलाई को राज्यसभा में मैंने यह बात कही थी कि जब तक मेरे हाथ कोई मजबूत सबूत नहीं लगता, मैं उनकी मौत की घोषणा नहीं करूंगी। उन्होंने जानकारी देते बताया कि मरने वाले लोगों के शवों को बगदाद लाकर उनके डीएनए टेस्ट किए और पुष्टि होने पर इसकी सूचना उनके परिजनों को दी गई।
इराक गए थे विदेश राज्य मंत्री
बता दें कि सरकार के इराक में तीन वर्ष पहले लापता 39 भारतीयों के परिजनों से डीएनए नमूना मांगने के बाद विदेश राज्य मंत्री वी.के सिंह दोबारा इस मामले में नई जानकारी (अपडेट) के लिए इराक गए थे। विदेश मंत्रालय के अनुसार सिंह का दौरा ‘लोगों से बातचीत करने के लिए’ था। वह इराक में कई तरह के लोगों से मिले थे और वहां लापता 39 भारतीयों के बारे में जानकारी इकट्ठी की थी। लापता भारतीय के रिश्तेदार ने कहा था कि लापता 39 भारतीय के परिजनों से डीएनए नमूना मांगा गया था लेकिन इसका कोई कारण नहीं बताया गया।