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दिल्ली-एनसीआर और उत्तराखंड में भूकंप के तेज झटके, हताहत की खबर नहीं

भूकंप का केंद्र ऋषिकेश से 90 किलोमीटर दूर बताए जा रहे हैं। भूकंप का असर सबसे ज्यादा बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में देखा गया।

नई दिल्लीDec 06, 2017 / 09:34 pm

Prashant Jha

Earthquake in Delhi-NCR and Uttarakhand, earthquake, delhi, uttrakhand
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। बुधवार रात दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में सबसे ज्यादा असर रहा। इसकेंद्र उत्तराखंड में जोशी मठ से 33 किमी दूर बताया जा रहा है। रात 8:49 बजे करीब 5 से 10 सेकेंड झटके महसूस हुए। वहीं दूसरा झटका 8:51 पर आया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.93 रही। भूकंप का केंद्र उत्‍तराखंड है। उत्तराखंड के हरिद्वार, चमोली, अल्‍मोड़ा, रुद्रप्रयाग में काफी तेज झटके आए हैं। लोगों ने भूकंप के झटके 2 बार महसूस किए हैं। भूकंप का असर सबसे ज्यादा बागेश्वर और रुद्रप्रयाग में देखा गया।
घरों और दफ्तरों से बाहर आए लोग

घबराए लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। हलांकि कहीं से हताहत होने की खबर नहीं है। वहीं चंडीगढ़ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यहां पर भी कुछ सेकेंड तक झटके महसूस किए गए हैं। वहीं पश्चिमी उत्तरप्रदेश में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं।
राजकोट में भी भूकंप

वहीं ओखी तूफान के खतरे के बीच बुधवार दोपहर को गुजरात के राजकोट में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता रिकेटर पैमाने पर 3.1 थी। इस दौरान घबराए लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल गए। इसका केंद्र राजकोट से 27 किलोमीटर दूर दक्षिण पूर्व में था। वहीं कच्छ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
वैज्ञानिकों ने हिमालय क्षेत्र में भूकंप आने का कारण बताया

हिमालय क्षेत्र में आने वाले तेज भूकंपों की वजहों का वैज्ञानिकों ने पहली बार पता लगाया है। स्विटजरलैंड के वैज्ञानिकों ने कहा कि पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत में मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट की टक्कर से बड़े भूकंप आते हैं। गौरतलब है कि पृथ्वी की ऊपरी परत में सात बड़ी और कई छोटी-छोटी प्लेटे होती हैं। इनके तेज गति से टकराने से तापमान ठंडा हो जाता है। इसके चलते भूकंप की तीव्रता में बढ़ोतरी होती है।

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