सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनिल वल्वी की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि 10वीं और 12वीं के शिक्षकों को चुनाव से संबंधित कार्यों से अलग रखा गया है। इनकी संख्या 50,000 से ज्यादा है। बता दें, महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं हैं। जबकि राज्य की सभी 48 सीटों पर चार चरणों में 11 से 29 अप्रैल के बीच मतदान होना है।
शिक्षक संगठन ने उठाया था मुद्दा शिक्षक संगठन ‘शिक्षक भारती’ ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के सामने यह मद्दा रखा था। इस संगठन में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। संगठन का कहना था कि शिक्षकों को चुनाव के कार्य में जोड़ने से दोनों परीक्षाओं के परिणाम आने में देरी हो सकती है। कई विभागों के साथ बातचीत करने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने इन शिक्षकों को चुनाव ड्यूटी से बाहर रखने का फैसला किया। सर्कुलर के अनुसार- अन्य कक्षाओं के शिक्षकों को ड्यूटी से बाहर नहीं रखा गया है।