जानकारी के मुताबिक, चीन, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान के 11 नागरिकों के रांची के तमाड़ के रडग़ांव स्थित एक मस्जिद में ठहरे होने की सूचना पर इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन मेडिकल टीम के साथ वहां पहुंची और सभी मौलवियों की स्वास्थ्य जांच की। फिलहाल, सभी को रेस्क्यू करते हुए क्वारंटाइन के लिए मुसाबनी स्थित कांस्टेबल ट्रेनिंग स्कूल भेज दिया गया।
बुंडू के डीएसपी अजय कुमार ने बताया कि चीन के तीन, कजाकिस्तान के चार और किर्गिस्तान के चार संदिग्ध मौलवी मस्जिद में रुके थे। ग्रामीण एसपी ऋषभ कुमार झा ने बताया कि पूछताछ में सभी 11 नागरिकों ने बताया है कि वे भारत के मुस्लिम कल्चर पर स्टडी के लिए यहां आए हुए हैं। हालांकि, उनके पासपोर्ट और वीजा वैध लग रहे हैं। फिलहाल, सारे दस्तावेजों का सत्यापन किया जा राह है। सभी के पासपोर्ट और वीजा जब्त कर लिए गए हैं। वहीं, तमाड़ चिकित्सा प्रभारी आशुतोष त्रिपाठी का कहना है कि सभी 11 विदेशियों की प्रारंभिक जांच कर ली गई है। किसी के कोरोना संक्रमित रोग के लक्षण नही मिले हैं। फिर भी सभी को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुसाबनी स्थित कांस्टेबल ट्रेनिंग स्कूल जमशेदपुर में 15 दिनों के क्वारंटाइन के लिए भेजा गया है। ये सभी मौलवी 19 मार्च को दिल्ली से रांची पहुंचे थे और जमशेदपुर जाने की तैयारी में थे। लेकिन, इस खबर से इलाके में हड़कंप मच गया है। फिलहाल, पूरे मामले की छानबीन की जा रही है।