कहा, कसूर दिल्ली बैठे लोगों का
फारूक ने कहा कि उन्होंने उनसे कहा कि ये क्या कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि इन्हें भी साथ चलाना है। उस पर उन्होंने कहा कि जब ये लोग उनकी कब्रें खोदेंगे तब क्या बोलोगे। असल में कसूर हमारा नहीं है, बल्कि उनका है जो दिल्ली में बैठे थे।
हाल ही में पटेल और नेहरु को ठहराया था बंटवारे के लिए जिम्मेदार
फारूक अब्दुल्ला उन नेताओं में से हैं, जो अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं। उन्होंने हाल ही में भारत के बंटवारे के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु, मौलाना अबुल कलाम आजाद और सरदार वल्लभ भाई पटेल को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि भारत के बंटवारे के पीछे जिन्ना का हाथ नहीं था। जो कमीशन आया उसका हमारे पास आज भी रिकॉर्ड है। इसमें यह फैसला लिया गया था कि हम भारत का बंटवारा नहीं करेंगे, लेकिन मुस्लिमों और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय जैसे सिखों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। जिन्ना इस फैसले से सहमत थे, लेकिन नेहरु, पटेल और कांग्रेस नेता मौलाना कलाम ने इसे नहीं माना।