वाजपेयी की हालत में सुधार फिलहाल अभी अटल बिहारी वाजपेयी को लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटा लिया गया है। एंटीबायोटिक दवाओं से उनका इलाज किया जा रहा है। इन दवाओं से उनको फायदा भी हो रहा है। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बारे में मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि जब तक उनका संक्रमण ठीक नहीं होता, वह अस्पताल में ही रहेंगे। इससे पहले सोमवार रात पौने ग्यारह बजे जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में एम्स ने कहा था कि वाजपेयी को लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन और किडनी संबंधी दिक्कतों के बाद भर्ती कराया गया था। बाद में जांच होने पर उन्हें यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन निकला है। मंगलवार सुबह उनका डायलिसिस भी किया गया था।
तीन दिन से एम्स में हैं पूर्व प्रधानमन्त्री अपनी भाषण शैली से लोगों को मोह लेने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सोमवार दोपहर से नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती हैं। वाजपेयी को मूत्र त्याग में कुछ परेशानी थी । उनके पारिवारिक सदस्यों का कहना था कि उनका यूरिन जिस क्वांटिटी में पास होना चाहिए था, उतना नहीं हो रहा था । फिलहाल वाजपेयी की हालत स्थिर है लेकिन आज उन्हें छुट्टी दी जाएगी या नहीं, इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है।
एम्स पहुंचे कई दिग्गज मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एचडी देवेगौड़ा, आरआरएस चीफ मोहन भागवत, एमडीएमके चीफ वाइको ने मंगलवार सुबह अटल बिहारी वाजपेयी का हाल जाना। इससे पहले सोमवार शाम अटल बिहारी वाजपेयी को देखने राहुल गांधी एम्स पहुंच गए थे । राहुल के बाद पीएम मोदी समेत तमाम बड़े नेताओं का एम्स में जमावड़ा लगने लगा।राहुल के कुछ ही देर के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा एम्स पहुंंचे। उसके बाद पीएम मोदी एम्स पहुंचे। भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने अस्पताल में वाजपेयी से मुलाकात की।
बता दें कि 93 वर्षीय अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। वे 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। कुछ समय पहले भारत सरकार ने उन्हें देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया है।