नई दिल्ली। पूर्व कोयला सचिव एच.सी.गुप्ता ने सोमवार को विशेष अदालत को बताया कि कमल स्पॉन्ज स्टील एंड पावर लिमिटेड (केएसएसपीएल) को कोयला ब्लॉक के आवंटन पर अंतिम मुहर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लगाई थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुप्ता की बात को गलत बताया। एजेंसी ने विशेष न्यायमूर्ति भरत पाराशर को बताया कि मनमोहन सिंह को अंधेरे में रखा गया था और यह गुप्ता थे जिन्होने प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों को गुमराह किया था।