नई दिल्ली। सरकार द्वारा अधिसूचित एक रैंक एक पेंशन (ओआरओपी) योजना से असंतुष्ट पूर्व सैनिकों ने आज वित्त मंत्री अरुण जेटली के सरकारी आवास पर प्रदर्शन किया। पिछले दो सप्ताह में यह दूसरा मौका है जब पूर्व सैनिकों ने जेटली के आवास पर प्रदर्शन किया है।
पूर्व सैनिकों का आरोप है कि जेटली ने ओआरओपी के बारे में उनके द्वारा उठाये गए मुद्दों पर उन्हें अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। पूर्व सैनिकों के मेजर जनरल (सेवानिवृत) सतबीर सिंह के नेतृत्व वाले संगठन ने सरकार द्वारा गत वर्ष अधिसूचित ओआरओपी को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि इसमें उनकी सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया और वे इससे संतुष्ट नहीं हैं।
सरकार ने इस योजना में हर पांच साल में पूर्व सैनिकों की पेंशन की समीक्षा का प्रस्ताव किया है जबकि पूर्व सैनिकों की मांग पेंशन की समीक्षा हर साल करने की है। पूर्व सैनिकों ने ओआरओपी को आधी अधूरी करार दिया है। संगठन के पदाधिकारियों ने इस साल के शुरू में भी जेटली के आवास पर प्रदर्शन किया था और उस समय उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह रक्षा मंत्री के साथ उनके इन मुद्दों पर बातचीत कर एक सप्ताह में उन्हें जवाब देंगे।
पूर्व सैनिकों का कहना है कि दो सप्ताह गुजर जाने के बावजूद जेटली ने उन्हें कुछ नहीं बताया है इसलिए वह इसके विरोध में उनके घर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व सैनिकों का यह संगठन पिछले 6-7 महीनों से जंतर मंतर पर धरना पर बैठा है। उनका कहना है कि उनकी मांग पूरी होने तक धरना जारी रहेगा।