कृषि कानूनों को वापस ले सरकार हरियाणा और राजस्थान के साथ पंजाब के अमृतसर और मोहाली सहित जगह-जगह से जाम की तस्वीरें सामने आ रही हैं। पंजाब के करनाल में किसानों ने 12 बजते ही नेशनल हाईवे को जाम कर दिया। जम्मू में किसानों ने जम्मू पठानकोट हाईवे जाम कर दिया है। प्रदर्शनकारी किसान वो कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं।
2 अक्टूबर तक हम यहीं डटे रहेंगे देशभर में किसानों का धरना प्रदर्शन और जाम का सिलसिला 12 बजे से जारी है। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। हम देश की मिट्टी से किसानों को जोड़ेंगे। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित देशभर शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है। कोई राजनीति कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल नहीं है। ये आम जनता का आंदोलन है।
दिल्ली में प्रदर्शकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया किसान संगठनों द्वारा इस घोषण के बाद भी कि दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में किसान प्रदर्शन नहीं करेंगे। लेकिन 12 बजे धरना प्रदर्शन शुरू होते ही दिल्ली के आईटीओ, शहीद पार्क और कुछ अन्य स्थानों पर कुछ गैर सरकारी संस्थाओं के लोग प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गए। इनमें महिलाएं भी शमिल थीं।
लेकिन मौके पर मुस्तैद पुलिस ने आईटीओ से सभी प्रदर्शनकारियों नियंत्रित कर लिया। साथ ही महिलाओं सहित कुछ प्रदर्शनकारियों के हिरासत में लिया है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर स्थित शांतिपूर्ण है । 10 मेट्रो स्टेशन बंद
प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में 10 मेट्रो स्टेशनों को ऐहतियातन बंद कर दिया गया है। चार मेट्रो स्टेशन बंद किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो ने मंडी हाउस, आईटीओ, लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ, केंद्रीय सचिवालय, दिल्ली गेट और विश्व विद्यालय मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट को बंद किया गया।
दिल्ली में किसानों पर ड्रोन की पैनी नजर किसान संघों की ओर से देशव्यापी प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ड्रोन से हर गतिविधि पर नजर रखने का फैसला लिया है। खासकर गाजीपुर, सिंधु ओर टिकरी बॉर्डर पर किसानों की हर गतिविधि की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे तैनात कर दिए गए हैं।
50 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किसानों की देशव्यापी प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व फोर्सेस के लगभग 50 हजार जवान तैनात किए गए हैं। साथ ही किसी भी गड़बड़ी के मद्देनजर दिल्ली में 12 मेट्रो स्टेशनों को प्रवेश और निकास के लिए अलर्ट पर रखा गया है।
इमरजेंसी सेवा रोक से बाहर देशव्यापी जाम को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जाम के दौरान इमरजेंसी सेवा यानि एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। शनिवार को 12 बजे से तीन बजे तक जाम रहेगा।
ट्रैक्टर रैली के बाद बड़ा इवेंट वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शनिवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जाम नहीं होगा। लेकिन इन दोनों राज्यों के किसानों को किसी भी समय दिल्ली बुलाया जा सकता है। बता दें कि गणतंत्र दिवस को किए गए ट्रैक्टर मार्च के बाद यह किसानों की ओर से किया जाने वाला पहला बड़ा इवेंट है।