जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री से राहत की उम्मीद लगाए बैठे संजय साठे अब पीएमओ का यह ज़वाब देखकर हैरान हैं। दरअसल, संजय साठे ने पैसे इस मकसद से भेजे थे कि शायद किसानों का कुछ भला हो जाएगा। लेकिन उनकी समस्याओं की तरफ़ प्रधानमंत्री का ध्यान जाएगा। उन्होंने बताया था कि प्याज बेजने पर जब उन्हें लागत की कीमत भी पूरी नहीं मिली तो विरोध में यह पैसा प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करने का फैसला किया था। इसके लिए उन्हें मनीऑर्डर करने के 54 रुपए अलग से खर्च करने पड़े थे।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के नासिक जिले में रहने वाले संजय साठे देश के उन प्रगतिशील किसानों में शामिल हैं, जिन्हें साल 2010 में केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा से संवाद के लिए चुना था। लेकिन जब उन्हें प्याज की फसल का उचित दाम नहीं मिला तो उन्होंने 1064 रुपए पीएम मोदी को नाराज होकर मनीऑर्डर कर दिया था।