Tractor Parade: दिल्ली में हिंसा के बाद पंजाब और हरियाणा में हाई अलर्ट, राजधानी में बढ़ाई गई सुरक्षा भाजपा नेताओं की मानें तो जिन किसान नेताओं की अपील पर यह आंदोलन किया जा रहा है, उन्हें इस हिंसा की पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी। भाजपा के अनुसार, केंद्र सरकार किसानों की वाजिब मांगों को पूरा करने को तैयार है, लेकिन किसान नेता ही नहीं चाहते हैं कि समाधान निकले और वे मासूम किसानों के कंधे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने बताया, “पुलिस ने बार-बार हिंसा की आशंका को लेकर आगाह किया था। पुलिस ने किसान नेताओं से 26 जनवरी को एहतियातन ट्रैक्टर परेड न निकालने की अपील भी की थी, लेकिन किसी ने एक भी नहीं सुनी।”
गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की ट्रैक्टर रैली पर दिल्ली पुलिस की कड़ी नजर, हर चीज की निगरानी अग्रवाल ने आगे कहा, “अब जब किसान आंदोलन की आड़ में दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं, तो कुछ किसान नेता सिर्फ निंदा करके मामले से अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं। जबकि केवल निंदा से काम नहीं चलेगा। बल्कि राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव जैसे प्रोफेशनल एजिटेटर्स को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। गणतंत्र दिवस पर एक सुनियोजित साजिश के तहत दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन किए गए।”
भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने बताया कि 26 जनवरी को हिंसा की साजिश पहले से ही रची गई थी। पुलिस ने ऐसे 300 से ज्यादा सोशल मीडिया अकाउंट खोजे थे, जिनके जरिये किसानों को भड़काने की कोशिश चल रही थी।
भाजपा नेता के मुताबिक, जिस तरह से किसान आंदोलन की आड़ में अराजक तत्वों ने पुलिस को उकसाने की कोशिश की, बावजूद इसके पुलिस ने धैर्य और संयम से कार्य लिया। इसके लिए दिल्ली पुलिस बधाई की पात्र है।
VIDEO: ट्रैक्टर मार्च के दौरान हिंसा फैलाने वालों पर दिल्ली पुलिस सख्त, होगी सख्त कार्रवाई वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “आज गणतंत्र दिवस पर लाल किले में ट्रैक्टर परेड के नाम पर जो कुछ हुआ है, वह शर्मसार करने वाला है। देश आज उदास है। ट्रैक्टर परेड के नाम पर हुड़दंगियों ने पुलिसवालों को कुचलने की कोशिश की। तिरंगे का अपमान करने वाले लोग किसान तो नहीं हो सकते।”