उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में बेहतर तकनीक के उपयोग के जरिये उत्पादन में भारी बढ़ोतरी की संभावना है।
पुणे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य किए जाने का केंद्र सरकार फैसला आम जनता के कल्याण के लिए है तथा किसानों पर कोई कर नहीं लगेगा।
मोदी ने वसंतदादा सुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ समाजविरोधी तत्व किसानों को यह कहकर गुमराह कर रहे हैं कि सरकार किसानों पर कर लगाएगी। उन्होंने कहा कि हमें गन्ना क्षेत्र के अलावा वैश्विक तौर पर प्रतिस्पर्धी बांस उत्पादों के बारे में भी सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में बेहतर तकनीक के उपयोग के जरिये उत्पादन में भारी बढ़ोतरी की संभावना है। ऐसे समय जब हम चीनी उद्योग की ओर देख रहे हैं, हम वैश्विक अर्थव्यवस्था को अनदेखा नहीं कर सकते। उन्होंने देश के किसानों के लिए स्वास्थ्य कार्ड, सोलर पंप और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए केंद्र द्वारा उठाए गए कदमों का भी उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख एवं वीएसआई अध्यक्ष शरद पवार की यह कहते हुए सराहना की कि उन्होंने (पवार) ने किसानों के हित में विभिन्न योजनाएं शुरु की है। इससे पहले मोदी के यहां पहुंचने पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस, केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पुणे के प्रभारी मंत्री गिरीश बापट और पावर ने उनका स्वागत किया।