हिमाचल के कुल्लू में जापानी महिला के साथ कैब ड्राइवर ने किया रेप, 24 घंटे में आरोपी अरेस्ट सोशल मीडिया पर छाया मुद्दाये घटना सोशल मीडिया पर छाई हुई है। जहां कुछ यूजर्स इस घटना की निंदा करते हुए नजर आ रहे हैं तो वहीं कई ऐसे भी हैं जो सुरक्षाबलों के समर्थन में खड़े हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीटकर कर
महबूबा मुफ्ती सरकार और सुरक्षाबलों पर निशाना साधा।
उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए लिखा,’पहले उन्होंने लोगों को जीप के आगे बांधा और आसपास के गांवों में उसकी परेड निकाली। अब वे प्रदर्शनकारियों के ऊपर सीधा जीप चढ़ा रहे हैं। क्या यह आपकी नई मानक प्रक्रिया है, महबूबा मुफ्ती।’ साथ ही उन्होंने लिखा,’संघर्ष विराम का मतलब है बंदूकें नहीं,तो इसलिए जीप का इस्तेमाल किया गया’। वहीं उमर अब्दुल्ला के किए ट्वीट के जवाब में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि सुरक्षाबलों पर हमला करने से निंदनीय काम कुछ नहीं। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियां सुरक्षाबलों को अपना सॉफ्ट टारगेट बनाती हैं जबकि उनमें आतंकवादियों को आतंकवादी कहने की हिम्मत नहीं है।
यह भी पढ़ें – फेसबुक बंद करने जा रहा है ट्रेंडिंग सेक्शन, ब्रेकिंग आैर लोकल न्यूज होगा लांच क्या है मामला? सुरक्षाबलों पर आरोप है कि उनके वाहन ने दो अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारी है। शुक्रवार को श्रीनगर के फतेहकदल इलाके में रहने वाले कैसर को सीआरपीएफ के वाहन ने कथित रूप पर टक्कर मारी। नौहट्टा इलाके में भी सुरक्षाबलों के वाहन पर एक अन्य युवक को टक्कर मारने का आरोप है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां अहमद भट्ट की ईलाज के दौरान मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि ये घटना उस वक्त हुई जब सीआरपीएफ की गाड़ी एक सीनियर अधिकारी को उतारने के बाद वापस लौट रही थी। तभी प्रदर्शनकारी लोगों की भीड़ ने इसे घेर लिया। हालांकि, अभी तक इसके पीछे के कारण का ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसें प्रदर्शनकारी बुरी तरह से सुरक्षाबल के वाहन पर ताबड़तोड़ पत्थरबाजी कर रहे हैं।