देवभूमि उत्तराखंड का बढ़ता तापमान लोगों के लिए आफत बन गया है। खासकर उत्तराखंड के चार जिलों के जंगलों में लगी आग ने बेतहाशा गर्मी बढ़ा दी है। आग जंगलों तक ही सीमित ना होकर अब रिहायशी इलाकों में भी फैलने लगी है। जिससे बड़ी मात्रा में जानमान के नुकसान का खतरा बढ़ता जा रहा है।
ये चार राज्य हैं खतरे में- गढ़वाल और कुमाऊं के चार राज्यों में सबसे ज्यादा नुकलान बताया जा रहा है। श्रीनगर और हरिद्वार में अभी तक आग की सबसे ज्यादा खबरें हैं।
त्रिपुरा में आफत की बारिश से कई लोग बेघर, खतरे के निशान से ऊपर हावड़ा नदी 1-श्रीनगर के जंगल आग की लपटों में हुए खाक- उत्तराखंड के गढ़वाल जिले के श्रीनगर में आग लगने से लोग काफी परेशान हैं। श्रीनगर के जंगलों में पिछले चार दिनों से धधक रही आग की लपटों ने भयानक रूप ले लिया है। जिसके चलते कई हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गए हैं।
2-हरिद्वार में आग से हाहाकार- उत्तराखंड की देवभूमि हरिद्वार में भी आग लगने से कई जंगल खाक हो गए हैं। आग की लपटें बढ़ते हुए मनसा देवी
मंदिर की पहाड़ियों तक पहुंच गईं हैं। आग से जंगल के पेड़-पौधों को काफी नुकसान हो रहा है। अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
3-हल्द्वानी में भी कई जंगल स्वाहा जंगलों में लगी आग सिर्फ हरिद्वार तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह बढ़कर हल्द्वानी तक पहुंच गई है। यहां भी आग ने कई बड़े-बड़े पेड़ों को अपने आगोश में ले लिया है।
हरिद्वार के सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र में धूं-धूं कर जली फैक्ट्री, आग पर काबू पाने की कोशिश जारी 4-बागेश्वर में आग की बगावत कुमाऊं क्षेत्र के बागेश्वर में आद से लोग दहशत में हैं। बागेश्वर जिले की कपकोट तहसील से सटे गांव जालेख के जंगलों में आग की लपटें दूर-दूर तक फैल गई हैं। खतरे की बात ये है कि आग लगातार बढ़ती जा रही है। लपटों पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक राहत नहीं मिल पाई है। बात अब सिर्फ जंगलों या पेड़-पौधों तक ही सीमित नहीं रह गई है, बल्कि अब लोगों और जानवरों की जान पर भी बात आ गई है।