ट्रेन को पूरी तरह आइसोलेटेड जगह में एक स्पेशल शेड के अंदर खड़ा किया गया है। ट्रेन में मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर्स के लिए 3 एसी कोच बनाएं गए हैं। इससे गर्मी में उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। पेशेंट के लिए 10 स्लीपर डिब्बों को मिलाकर आइसोलेशन कोच बनाया गया है।
कोविड स्पेशल ट्रेन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। इसके तहत 1 कोच में 16 पेशेंट रखे जाएंगे। जल्द ही 10 कोच की एक और कोविड ट्रेन चलाई जाएगी जिसको कोविड हॉस्पिटल के तौर पर ही तैयार किया जाएगा।
ट्रेनों में स्पेशल आईसोलेशन कोच बनाए गए हैं। रेलवे ने गैर वातानुकूलित आइसोलेशन कोच का तापमान कम करने के लिए उनकी छतों पर तापरोधी पेंट लगाने का फैसला किया है। इससे कोच के अंदर का तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस कम हो जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह पर करीब 5200 कोविड 19 आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं।