script

लातूर के लिए राजस्थान से रवाना हुई पानी की पहली ट्रेन

Published: Apr 11, 2016 05:29:00 pm

महाराष्ट्र के लातूर में सूखाग्रस्त इलाके के लिए राजस्थान के कोटा वर्कशाप से एक मालगाड़ी पानी के 50 टैंक वैगन लेकर रवाना हो गई है

water train

water train

मुंबई। महाराष्ट्र के लातूर में सूखाग्रस्त इलाके के लिए राजस्थान के कोटा वर्कशाप से एक मालगाड़ी पानी के 50 टैंक वैगन लेकर रवाना हो गई है। इसी क्रम में दूसरी गाड़ी 16 अप्रैल तक रवाना होगी, इसमें भी 50 वैगन ही होंगे। ट्रेन के एक वैगन में 54,000 लीटर पानी आता है। सरकार की योजना ट्रेन की हर फेरी में लातूर तक 25 लाख लीटर जल पहुंचाने की है। इससे लातूर में पीने के पानी की व्यवस्था हो सकेगी।

रेलवे द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘रेल मंत्रालय के निर्देश के अनुसार, कोटा वर्कशाप को 50-50 टैंक वैगन वाली दो ट्रेनें मिली थीं। दोनों ट्रेनों को गर्मियों के दौरान सूखाग्रस्त लातूर के लिए भेजा जाना है। इसमें बताया गया है कि आवश्यकता के अनुसार तीसरी ट्रेन का भी प्रबंध किया जाएगा।’

वहीं दूसरी ओर सूखे पर पीएम मोदी ने आपात बैठक बुलाते हुए हाई लेवल रिव्यू के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में आंकड़ों के अनुसार बुंदेलखंड, विदर्भ और मराठवाड़ा में सूखे के कारण स्थिति बहुत खराब है। केन्द्र सरकार पहले ही 3049 करोड़ रुपए सूखा राहत के लिए मंजूर कर चुकी है। इसके अलावा रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी कहा कि 50 वैगन साफ करवाकर मिरज भेज दिए गए हैं।

केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा, दस राज्यों में हैं हालात खराब
हालातों की समीक्षा करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि भारत के दस राज्यों में हालात खराब हैं। लोगों को पीने तक का पानी नहीं मिल रहा है। लातूर में पहले ही पानी को लेकर होने वाले संघर्ष रोकने के लिए तालाबों के पास धारा 144 लगा दी गई है। टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जा रही है।

आंकड़ों के अनुसार पूरे महाराष्ट्र में लगभग 15750 गांव सूखे से प्रभावित हैं। महाराष्ट्र में लगातार चौथी बार सूखा पड़ रहा है। सूखे का सबसे ज्यादा असर मराठवाड़ा, लातूर, औरंगाबाद और विदर्भ में देखने को मिल रहा है। मराठवाड़ा में तो नदी और डैम भी पूरी तरह सूख चुके हैं। महाराष्ट्र में सूखे के चलते इस साल हर महीने लगभग 90 किसान आत्महत्या कर रहे हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो