सरकारी नौकरी के लिए जरूरी होगी 5 साल की सैन्य सेवा!
जानकारी के मुताबिक, इस सिफारिश की वजह ये बताई गई है कि ऐसा करने से सशस्त्र बलों में हो रही अधिकारियों की कमी को दूर किया जा सकेगा। हालांकि अभी ऐसा कोई नियम बनने की प्रक्रिया काफी लंबी होगी। अभी फिलाहल इस सिफारिश को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के साथ भी उठाया गया है, लेकिन विभाग की तरफ से अभी तक समिति को कोई जवाब नहीं मिला है। इससे ये अभी साफ नहीं है कि अगर ये सिफारिश मान ली जाती है तो इसे कैसे अमल में लाया जाएगा। लेकिन फिर भी समिति ने अपनी रिपोर्ट में अधिकारियों की कमी से निपटने को प्राथमिकता देने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक, इस सिफारिश की वजह ये बताई गई है कि ऐसा करने से सशस्त्र बलों में हो रही अधिकारियों की कमी को दूर किया जा सकेगा। हालांकि अभी ऐसा कोई नियम बनने की प्रक्रिया काफी लंबी होगी। अभी फिलाहल इस सिफारिश को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के साथ भी उठाया गया है, लेकिन विभाग की तरफ से अभी तक समिति को कोई जवाब नहीं मिला है। इससे ये अभी साफ नहीं है कि अगर ये सिफारिश मान ली जाती है तो इसे कैसे अमल में लाया जाएगा। लेकिन फिर भी समिति ने अपनी रिपोर्ट में अधिकारियों की कमी से निपटने को प्राथमिकता देने को कहा है।
अभी लंबी है प्रक्रिया
संसदीय समिति ने इस बारे में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रैनिंग (DoPT) को इस बारे में एक पत्र लिखा है। यह विंग प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है। समिति ने DoPT से कहा है कि वो इस बारे में एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजे।
संसदीय समिति ने इस बारे में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रैनिंग (DoPT) को इस बारे में एक पत्र लिखा है। यह विंग प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है। समिति ने DoPT से कहा है कि वो इस बारे में एक प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजे।
अधिकारियों की कमी से जूझ रहे हैं सशस्त्र बलों के तीनों अंग
आपको बता दें कि इस समय भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंग अधिकारियों की कमी से जूझ रहे हैं। वहीँ दूसरी ओर उनकी चुनौती लगातार बढ़ती जा रही है। थल सेना में 7679 अधिकारियों नौसेना में 1434 और वायु सेना में 146 अधिकारियों की कमी है। वहीं, सेना में जेसीओ और जवानों की बात करे तो थल सेना में 20185, नौसेना में 14730 और वायु सेना में 15357 सैनिकों की कमी है।
आपको बता दें कि इस समय भारतीय सशस्त्र बलों के तीनों अंग अधिकारियों की कमी से जूझ रहे हैं। वहीँ दूसरी ओर उनकी चुनौती लगातार बढ़ती जा रही है। थल सेना में 7679 अधिकारियों नौसेना में 1434 और वायु सेना में 146 अधिकारियों की कमी है। वहीं, सेना में जेसीओ और जवानों की बात करे तो थल सेना में 20185, नौसेना में 14730 और वायु सेना में 15357 सैनिकों की कमी है।
आपको बता दें कि ऐसे नियम दुनिया के कई देशों में हैं, जहां सैन्य सेवा अनिवार्य है। इजरायल और यूरोप जैसे कई देशों में हर किसी के लिए सैन्य सेवा अनिवार्य की हुई है, वहां हर परिवार से किसी एक सदस्य का सेना में जाना तय होता है।