तत्कालीन DGMO ने कहा, 2013-14 में नहीं हुए थे सर्जिकल स्ट्राइक
Published: Oct 06, 2016 09:12:00 am
तत्कालीन डीजीएमओ ने साफ कहा कि यूपीए कार्यकाल में 2013-14 में कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी
नई दिल्ली। यूपीए के कार्यकाल के दौरान सर्जिकल स्ट्राइक हुई या नहीं हुई, अब इस बात पर तत्कालीन डीजीएमओ ने साफ कहा कि यूपीए कार्यकाल में 2013-14 में कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी। भारतीय सेना के पूर्व डीजीएमओ ले. जनरल विनोद भाटिया ने कहा कि पहले क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन हुए, जिसमें कोई ज्यादा सोच विचार नहीं किया गया। गौरतलब है कि ले. जनरल विनोद भाटिया 2012-2014 तक भारतीय सेना के डीजीएमओ रहे हैं।
सर्जिकल स्ट्राइक नहीं ‘बदला’ एक्शन था
उन्होंने कहा कि आप उन्हें सर्जिकल स्ट्राइक नहीं कह सकते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और उन एक्शन में कोई तुलना नहीं की जा सकती है। दोनों में बहुत अंतर होता है। उन्होंने कहा कि दोनों की प्लानिंग में बहुत अंतर होता है और दोनों के परिणामों में भी बहुत अंतर होता है। सेना की कार्रवाई के जानकार यह कहते हैं कि कांग्रेस ने जो कहा वह बदला एक्शन था, सर्जिकल स्ट्राइक नहीं।
पूर्व डीजीएमओ ने कहा, पहले जो स्ट्राइक हुए वह बहुत ही स्थानीय स्तर के थे, पहले के स्ट्राइक को स्ट्राइक नहीं कहा जा सकता, वे ऑपरेशन थे। उनमें ज्यादा विचार विमर्श नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सीमा पर सेना के चार महत्वपूर्ण काम होते हैं। पहला एलओसी को मैंनटेन करना, दूसरा भारतीय सीमाओं की रक्षा करना, तीसरा सीमापार से हो रही आतंकी घुसपैठ को रोकना (काउंटर इनफिल्ट्रेशन), और चौथा काम होता है कि अपनी दुश्मन सेना पर वर्चस्व बनाए रखना।
ले. जनरल विनोद भाटिया ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान सरकार के कई विभाग पूरी तरह से एक साथ आकर एक उद्देश्य के लिए काम करते हैं। उल्लेखनीय है कि पीओके में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बने माहौल में कांग्रेस पार्टी ने भी दावा किया था कि यूपीए के कार्यकाल के दौरान भी सेना को सर्जिकल स्ट्राइक करने की छूट दी गई थी।
कांग्रेस ने किया था 2013-14 में सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्विटर हैंडल पर सर्जिकल स्ट्राइक पर एक बयान जारी कर यह दावा किया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के समय में भी सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। अपने बयान में उन्होंने खास तौर पर तीन तारीखों का जिक्र किया जिसमें कहा गया कि पहले भी सरकारों ने सर्जिकल स्ट्राइक का सहारा लेकर आतंकवादियों का खात्मा किया था।
सुरजेवाला ने अपने बयान में 01-09-2011, 28-07-2013, 14-01-2014 तारीखों का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में परिपक्वता और देशहित को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने इनका प्रचार नहीं किया और सेना को पूरा समर्थन दिया था। ले. जनरल विनोद भाटिया इसी के संदर्भ में बोलते हुए कह रहे थे।