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राजनीति के एक युग का अंत, अटल निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया पार्थिव शरीर

locationनई दिल्लीPublished: Aug 16, 2018 10:30:22 pm

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Dhirendra

अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। 93 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। शुक्रवार को शाम स्मृति स्थल पर अंतिम संस्कार किया जाएगा।

Atal bihari vajpayee

अटल बिहारी वाजपेयी

नई दिल्‍ली। तीन बार देश के प्रधानमंत्री और सभी के सर्वमान्‍य नेता रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने बृहस्पतिवार को एम्‍स में शाम 5: 05 मिनट पर आखिरी सांस ली। 93 वर्ष की आयु में वाजपेयी के निधन से भारतीय राजनीति के एक बड़े अध्याय का अंत हो गया। इस सूचना के फैलते ही देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास कृष्ण मेनन मार्ग पर रखा गया है। शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुबह 10 बजे उनका पार्थिव शरीर भाजपा मुख्यालय पर रखा जाएगा। 2 बजे तक अंतिम दर्शन किया जाएगा। भाजपा मुख्यालय में झंडा को झुका दिया गया है।

7 दिन का राजकीय शोक घोषित

अटल जी के निधन पर देश में 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। वहीं दिल्ली में कल स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे। वहीं दिल्ली का बाजार भी कल बंद रहेगा।

 

पीएम ने अटल आवास पहुंच पर दी श्रद्धांजलि

शोक संदेश के प्रसारण होने के कुछ ही देर बाद पीएम मोदी नई दिल्ली स्थित अटल आवास पर पहुंचे। मोदी ने वाजपेयी जी के पार्थिव शरीर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, ‘स्वर और शब्द देने वाले हम सभी के प्रेरणा स्रोत अटल बिहारी वाजपेयी अब नहीं रहे. वाजपेयी के रूप में भारतवर्ष ने अपना अनमोल, अटल रत्न खो दिया है।

अटल निवास पर पहुंचा पार्थिव शरीर

अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को उनके आवास 6 A कृष्ण मेनन मार्ग पर रखा गया है। पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है। अटल बिहारी के घर पर उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, अमित शाह, पीयूष गोयल,समेत कई बड़े नेता मौजूद हैं। अटल निवास पर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वसुंधरा राजे, विजय रुपाणी, नीतीश कुमार, सर्वानंद सोनेवाल समेत कई राज्यों के नेता उनके निवास स्थान पर मौजूद हैं। अमित शाह ने कहा कि भारतीय राजनीति के आकाश का ध्रुव तारा आज नहीं रहा। भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य और भाजपा ने पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष खोया है। देश ने एक संवेदनशील कवि पत्रकार और गरीबों की आवाज खोया है। बीज से वटवृक्ष बनाया । पूर्व पीएम की कमी को लंबे वक्त तक भर पाना मुश्किल है। करोड़ों युवाओं ने अपनी प्रेरणा को खोया है। भाजपा के लिए अपूर्णीय क्षति हुई।

 

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पीएम ने दुख जताया

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि हमसबके श्रद्धेय अटलजी अब नहीं रहे। मैं निशब्द हूं, शून्य में हूं। अटल जी का जाना एक युग का अंत है।
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वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया। अटल जी को सभी लोग याद करेंगे। वहीं उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अटल जी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि वो महान प्रशासक थे।
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आडवाणी ने दी श्रद्धांजलि

वहीं अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे करीबी मित्र और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी विनम्र श्रद्धांजलि दी। आडवाणी ने कहा कि 65 साल तक वो मेरे सबसे करीबी मित्र रहे दुख की इस घड़ी में मेरे पास कोई शब्द नहीं है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष को श्रद्धेय श्रद्धांजलि।
पास बुलाकर सबको अलविदा कह गए अटल

आपको बता दें कि मंगलवार को ही मेडिकल प्रशासन ने इस बात की जानकारी दे दी थी कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की स्थिति बहुत नाजुक है। उनकी किडनी, छाती संकुलन, श्‍वास की समस्‍या और डिमेंशिया की स्थिति बहुत गंभीर है। 93 वर्षीय अटल का शरीर ज्‍यादा उम्र होने की वजह से काम करना बंद कर दिया है। उन्‍हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। मंगलवार को उनका इलाज वेंटिलेटर सहारे चल रहा था। उनका इलाज 11 जून से ही एम्‍स में चल रहा था। बीच में कुछ दिनों के लिए स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार की सूचना मिल रही थी, लेकिन शरीर ने उनका साथ देना छोड़ दिया था।
सबको अलविदा कहकर चले गए अटल

जिस समय उन्‍होंने अंतिम सांस ली उस समय एम्‍स में उनके परिजन, केंद्र सरकार का पूरा अमला, विरोधी दलों के नेता और भारी संख्‍या में जनसैलाब उमड़ा हुआ था। उनके निधन की सूचना से सभी के आंखों में आंसू छलक आए। सभी यही सोच रहे थे कि काल के कपाल से भी हार न मानने वाला महान व्‍यक्तित्‍व यूं छोड़कर कैसे चला गया। लेकिन यही सच है, जीवन में सबको एक दिन जाना ही होता है और वही उनके साथ भी हुआ और वो सभी को हमेशा के लिए अलविदा कह चले गए।
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