जवानों की छुट्टी के नियम भी बदले जवानों की सुरक्षा के मद्देनजर हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने नियमों में भी बदलाव किया था। इसके तहत जवानों को अपने परिजनों से मिलने के लिए भी कई नियमों का पालन करना पड़ेगा। दरअसल छुट्टियों पर रहने के दौरान जवानों के अपहरण के कई मामले सामने आ चुके हैं, इसी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया था।
सुरक्षा बलों से जुड़ने वाले कश्मीरी निशाने पर बीते कुछ समय से पाकिस्तानी आतंकी संगठनों की स्थानीय युवाओं पर खासी नजर है। रिपोर्ट्स का दावा है कि अक्सर सुरक्षा बलों से जुड़ने वाले कश्मीरी युवाओं को आतंकी संगठनों की तरफ से धमकियां भी दी जाती है और उन्हें सुरक्षा बल छोड़कर आतंकी संगठनों से जुड़ने के लिए कहा जाता है।
इनसे बेपरवाह जो जवान देश की सुरक्षा में लगे रहते हैं उनके साथ आतंकी इस तरह की वारदातों को अंजाम देने की कोशिश करते हैं ताकि उनके मनोबल को तोड़ा जा सके। उल्लेखनीय है कि आतंकियों की कोशिशों को नाकाम करते हुए घाटी के युवा बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों से जुड़ रहे हैं। राज्य में हुई पिछली पुलिस भर्ती में आवेदकों की भारी तादाद इस बात को साबित करती है।