अब हम आपको थोड़ा पल्लवी के बारे में बता दें। पल्लवी को कई भाषाएं सीखने का शौक है, इसलिए जब वह 2009 में दिल्ली से इलेक्ट्रॉनिक और कम्युनिकेशन से बीटेक की पढाई कर रही थीं, तब उन्होंने फ्रेंच भाषा सीखने के लिए कुछ वक्त निकाला। तब उसे लगा कि उन्हें महसूस हुआ कि अगर उसे कोई फ्रांस का ही व्यक्ति फ्रेंच सिखाए तो वह अच्छी सीख पाएगी। इस तरह उसे यह भी लगा कि अगर वह भारत में रहने वाले विदेशियों के मन में यह बात रहती होगी कि अगर और हिंदी बोलने वाला उन्हें हिंदी सिखाए को जल्दी से सीख जाएंगे। बस यहीं से पल्लवी को आइडिया आया और उसने पहले एक अफ्रीकन स्टूडेंट को पकड़ लिया। पल्लवी उसे हिंदी सिखाने लगी। धीरे-धीरे दूसरे विदेशी छात्रों को जब पल्लवी की हिंदी क्लासेज के बारे में पता चला तो उसके पास स्टूडेंट बढ़ गए।
पल्लवी बताती है कि उसने अगस्त, 2011 से ‘हिंदी लेसन्स’ के नाम से अपनी क्लासेज शुरू कर दी थी। पल्लवी बताती हैं कि उसे बीटेक की पढाई उसे बड़ी ही बेकार लगती थी। लेकिन उसका फेवरेट सब्जेक्ट मनोविज्ञान था और इसलिए उसने बीटेक के बाद उसमें एडमिशन लिया। पल्लवी बताती हैं कि वह 2012 में मुंबई आ गई और यहीं से उसने मनोविज्ञान की पढ़ाई पूरी की। इसके साथ-साथ उन्होंने विदेशियों को हिंदी सिखाने का अपना काम जारी रखा। पल्लवी बताती हैं कि उसे मुंबई में भी हिंदी सीखने वाले छात्र मिल गए।
पल्लवी का हिंदी सिखाने का स्टाइल भी एकदम हटके है। वह स्टूडेंट्स को आराम से कैफे में कॉफी पीते-पीते मजेदार तरीके से हिंदी सिखाती हैं। मुंबई में पल्लवी अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने कुछ आप्रवासियों को हिंदी सिखा चुकी हैं। अब तक पल्लवी 100 से भी ज्यादा विदेशियों को हिंदी सिखा चुकी हैं। इसके अलावा वह कई हॉलीवुड स्टारों को वह हिंदी सिखा चुकी हैं।