अपराधी आनंदपाल की श्रद्धांजलि सभा के बाद बुधवार रात सांवराद में हालात बेकाबू हो गए। उपद्रवी भीड़ ने रात करीब आठ बजे सांवराद रेलवे स्टेशन पर पटरियां उखाड़ दी
नागौर. अपराधी आनंदपाल की श्रद्धांजलि सभा के बाद बुधवार रात सांवराद में हालात बेकाबू हो गए। उपद्रवी भीड़ ने रात करीब आठ बजे सांवराद रेलवे स्टेशन पर पटरियां उखाड़ दी। कुछ पुलिसकर्मियों को कमरे में बंद कर आग लगाने का प्रयास किया। इस दौरान हुई फायरिंग में करीब 20 लोग घायल हो गए। घायलों को जयपुर रैफर किया गया। देर रात एक घायल की मौत हो गई। हालात बेकाबू होने पर सांवराद में कर्फ्यू लगा दिया गया है। शेष नागौर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।
उपद्रवियों को पुलिस ने काबू करने का प्रयास किया तो वह और उग्र हो गए। इस बीच उपद्रवियों ने पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख की कार पर हमला करके उसमें आग लगा दी। साथ ही उनके गनमैन की एके 47 राइफल छीनकर भाग गए। साथ ही आईपीएस मोनिका सैन को घेर लिया। उनके गनमैन ने भीड़ को काबू करने का प्रयास किया तो उपद्रवी उसकी भी पिस्तौल छीनकर ले गए।
दरअसल श्रद्धांजलि सभा में शामिल भीड़ के कुछ लोग दिनभर राज्य सरकार के जवाब के इंतजार में बैठे रहे। शाम को वह सांवराद रेलवे स्टेशन की तरफ बढ़ गए। वहां पहुंचकर उन्होंने पटरियों पर कब्जा कर लिया। मौके पर मौजूद आरपीएफ एवं पुलिस के जवानों ने उन्हें समझाकर हटाने का प्रयास किया। इसमें दोनों पक्षों के बीच झड़प के बाद हालात बिगड़ गए।
सांवराद से जयपुर के रास्ते सील
सांवराद में हालात बिगडऩे के बाद जयपुर में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। वहां से जयपुर आने वाले मार्गों पर पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया है। प्रदर्शनकारियों को राजधानी में घुसने से रोकने के लिए सभी थानों और लाइन का अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया है। नागौर व चूरू से आने वाले वाहनों की विशेष निगरानी जारी है।
गृहमंत्री और डीजीपी ने की मीटिंग
गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने देर रात पुलिस महानिदेशक मनोज भट्ट को अपने दफ्तर में बुलाया। वहां अन्य अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद हालात से निपटने की रणनीति बनाई गई।
4 राजपूत नेता देर रात हिरासत में
अपराधी आनंदपाल की श्रद्धांजलि सभा के लिए सरकार से 19 सदस्यीय दल ने अनुमति मांगी थी। शांति व्यवस्था भंग नहीं होगी, उनके इसी भरोसे पर सभा की अनुमति दी थी। हालत बिगडऩे पर उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई शुरू कर दी। देर रात पुलिस ने करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और पूर्व विधायक रणवीर गुढ़ा को हिरासत में ले लिया।
हमने नहीं चलाई गोली
पुलिस ने किसी प्रकार की फायरिंग नहीं की है। स्थिति अब नियंत्रण में है। मालिनी अग्रवाल, आईजी, अजमेर
पुलिस ने की फायरिंग
भीड़ पर पुलिस ने गोलियां चलाई हैं। गोलीबारी में कई लोग घायल हुए हैं। -प्रदर्शनकारी
हथियार लुटेरों ने की फायरिंग
हथियार लूटने वालों ने ही फायरिंग की है। कफ्र्यू लगा दिया है, जो लोग आए थे, वे रात तक लौट गए।
एनआरके रेड्डी, एडीजी