मालूम हो कि इन सभी ट्रेनों का संचालन कोरोना संक्रमण के चलते बंद था। चूंकि लोकल ट्रेनों में सफर करने वालों की तादाद ज्यादा होती है, इसलिए रेलवे कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी। अब चीजों के सामान्य होने पर ऐसी ट्रेनों को दोबारा चलाया जा रहा है। सब-अर्बन ट्रेनों को चलाने की मंजूरी राज्य सरकार के साथ चर्चा के बाद दी गई है। रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने इस सिलसिले में ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा कि रेलवे पूरे सुरक्षा उपायों के साथ ये ट्रेनें चलाएगा, इससे मुसाफिरों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
मुंबई में भी शुरू की गई लोकल ट्रेनें
पश्चिम बंगाल से पहले रेलवे ने महाराष्ट्र में भी सब अर्बन ट्रेनों को चलाए जाने की मंजूरी दी थी। मुंबई में लोकल ट्रेनों को यहां की धड़कन माना जाता है। ज्यादातर आबादी ऐसी ट्रेनों पर आश्रित है। उन्हें कामकाज में आने—जाने में दिक्कत हो रही थी, इसी के चलते 1 नवंबर से यहां ट्रेनों का दोबारा संचालन शुरू किया गया। पहले 610 सब अर्बन ट्रेनें चलाई गईं। बाद में इनकी संख्या में इजाफा किया गया। वर्तमान में मुंबई में अब कुल लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़कर 2020 है।
पश्चिम बंगाल से पहले रेलवे ने महाराष्ट्र में भी सब अर्बन ट्रेनों को चलाए जाने की मंजूरी दी थी। मुंबई में लोकल ट्रेनों को यहां की धड़कन माना जाता है। ज्यादातर आबादी ऐसी ट्रेनों पर आश्रित है। उन्हें कामकाज में आने—जाने में दिक्कत हो रही थी, इसी के चलते 1 नवंबर से यहां ट्रेनों का दोबारा संचालन शुरू किया गया। पहले 610 सब अर्बन ट्रेनें चलाई गईं। बाद में इनकी संख्या में इजाफा किया गया। वर्तमान में मुंबई में अब कुल लोकल ट्रेनों की संख्या बढ़कर 2020 है।