आज गूगल ने गुजरात पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित भारत की पहली महिला फोटो जनर्लिस्ट होमी व्यारवाला को उनके 104वें जन्मदिन पर डूडल बनाकर श्रद्धांजलि दी है। होमी व्याराल्ला का जन्म गुजरात में 9 दिसंबर 1913 को एक पारसी परिवार में हुआ था।
आज लगभग हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रहीं है, पर अगर कुछ दशक पहले की बात करें तो समाज के रूढ़िवादी सोच और पिछड़े हुए नियम-कानून के वजह से लड़कियों का इस तरह कदम बढ़ाना बहुत मुश्किल था। होमी ने उस दौर में भी फोटो पत्रकारिता को अपने करियर के रूप में चुन कर सभी को अचंभित कर दिया था। आगे की स्लाइड में देखे उनके द्वारा खींची कुछ अद्भुत तस्वीरें
पत्रकारों के साथ सबसे पहली लाइन में खड़े रह कर होमी गजब की तस्वीरें लिया करती थी, यह फोटो होमी ने दलाई लामा के भारत में पहली बार पतत्वेष के समय ली थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके एक दोस्त ने उन्हें फोटोग्राफी सिखाई थी,
यह तस्वीर लार्ड माउंट बैटन के भारत छोड़ने से पहले उनके आखिरी सलाम की है
शुरुवात में उन्हें अपनी हर फोटो के लिए 1 रुपये मिलत थे और काफी समय तक उनके द्वारा ली तस्वीरें भी उनके पति के नाम से छापी जाती थी। इस खूबसूरत तस्वीर में इंदिरा गांधी हैं।
इस तस्वीर में 1950 के परेड की यादें कैद की गई है।
नेहरू होमी के सबसे पसंदीदा व्यक्ति थे उनका मानना था की वो सबसे फोटोजेनिक व्यक्ति हैं , और उनकी सबसे बेहतरीन तस्वीरों में से कई नेहरू जी की ही है।
गांधी जी के निधन के बाद ली इस तस्वीर में, उन्हें श्रद्धांजलि देने जो जनसैलाब उमड़ा था वो साफ दिखाई दे रहा है।
उनके द्वारा ली तस्वीरें इस समय और आने वाले पीढ़ी के लिए भी किसी खजाने से कम नहीं है।