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गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर जीजेएम ने संसद मार्च निकाला

Published: Aug 08, 2017 07:49:00 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

मंगलवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने अलग राज्य का मांग को लेकर दिल्ली में संसद मार्च निकाला।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जन मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का आंदोलन 55 दिनों से जारी है। मंगलवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने अलग राज्य का मांग को लेकर दिल्ली में संसद मार्च निकाला। इस दौरान मोर्चा के सदस्य हाथों में अलग गोरखालैंड राज्य के समर्थन में पोस्टर और तख्तियां लेकर चल रहे थे। मोर्चा के सदस्यों ने अलग राज्य की मांग को लेकर नारेबाजी भी की।
राज्य से कुछ मंजूर नहीं
मंगलवार को संसद मार्च निकाल रहे जीजेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हें अलग राज्य से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। जीजेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम पहाड़ के लोगों की खुशहाली के लिए अलग गोरखालैंड राज्य की मांग कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमें हमारा हक मिलना चाहिए।
जीजेएम ने केंद्र को 10 दिनों का समय दिया था
पश्चिम बंगाल के पहाड़ी क्षेत्र को अलग गोरखालैंड बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे जीजेएम ने इस समस्या का समाधान करने के लिए केंद्र सरकार से अपील की थी। जीजेएम ने 30 जुलाई को 10 दिन में इस संकट का समाधान करने का वक्त दिया था। हालांकि, केंद्र की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है। अब समय नजदीक आने पर जीजेएम के अध्यक्ष विमल गुरुंग ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि तय समय पर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
हालात अभी भी तनावपूर्ण
अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को 55 दिन हो चुके हैं। आंदोलन के चलते अभी भी दार्जिलिंग में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां 18 जून से इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगी हुई है। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है। जीजेएम सुप्रीमो बिमल गुरुंग के गढ़ सिंहमारी और पटलेबास क्षेत्र में खास सतर्कता बरती जा रही है।

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