पश्चिम बंगाल में अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जन मुक्ति मोर्चा (जीजेएम) का आंदोलन 55 दिनों से जारी है। मंगलवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सदस्यों ने अलग राज्य का मांग को लेकर दिल्ली में संसद मार्च निकाला।
संसद मार्च के दौरान मोर्चा के सदस्य हाथों में अलग गोरखालैंड राज्य के समर्थन में पोस्टर और तख्तियां लेकर चल रहे थे। मोर्चा के सदस्यों ने अलग राज्य की मांग को लेकर नारेबाजी भी की।
संसद मार्च निकाल रहे जीजेएम कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हें अलग राज्य से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि हम पहाड़ के लोगों की खुशहाली के लिए अलग गोरखालैंड राज्य की मांग कर रहे हैं।
जीजेएम ने 30 जुलाई को 10 दिन में इस संकट का समाधान करने का वक्त दिया था। अब समय नजदीक आने पर जीजेएम के अध्यक्ष विमल गुरुंग ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है कि यदि तय समय पर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
आंदोलन के चलते अभी भी दार्जिलिंग में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां 18 जून से इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगी हुई है। इसके अलावा सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात है।