जानकारी के मुताबिक, इटली से दो पर्यटक भारत आए थे जो कोरोना से संक्रमित थे। इनमें पति की उम्र 69 जबकि पत्नी की उम्र 70 साल थी। दोनों को HIV पीड़ितों वाली दवाई दी गई थी। इस दवा से दोनों लोग ठीक हो गए थे। एक मीडिया हाउस के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण के कुछ गंभीर मामलों में एंटीवायरल ड्रग का इस्तेमाल करने के लिए कहा है। इनमें से कोरोना वायरस के वे मरीज होंगे, जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है और उनकी जान को ज्यादा खतरा है.
संशोधित क्लीनिकल गाइडलाइन के अनुसार फिलहाल कोरोना से संक्रमित मरीजों या संदिग्धों के लिए किसी खास तरह के इलाज का निर्देश नहीं दिया गया है और ना ही किसी विशेष एंटी वायरल का सुझाव दिया गया है क्योंकि इस मामले में पर्याप्त रिसर्च नहीं हैं। एचआईवी पीड़ितों को दी जाने वाली दवाई लोपिनैविर और रिटोनाविर भी कई बार विषम परिस्थिति पैदा कर देती है जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल रोकना पड़ जाता है। यह एचआईवी पीड़ितों को चार हफ्ते तक दी जाती है। यहां आपको बता दें कि इस ड्रग का इस्तेमाल हाइपोक्सिया, हाइपोटेंशन, ऑर्गन डिस्फ्कंशन या फिर सबसे ज्यादा खतरे में पड़े मरीजों के मामले में किया जाता है।