सूत्रों के अनुसार सरकार अब पुराने नोटों को इस्तेमाल करने की ये छूट 15 दिसंबर से पहले ही वापस ले सकती है।
नई दिल्ली। अभी केंद्र सरकार ने कुछ जरूरी और सरकारी जगहों पर 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को इस्तेमाल करने की छूट की तय सीमा बढ़ाई थी। 24 नवंबर को इस तय सीमा को बढ़ाकर 15 दिसंबर तक करने की घोषणा की गई थी।
सरकारी छूट की वजह से चलन में नहीं आ रहे नए नोट
सूत्रों के अनुसार सरकार अब पुराने नोटों को इस्तेमाल करने की ये छूट 15 दिसंबर से पहले ही वापस ले सकती है। सरकारी सूत्रों के अनुसार इस छूट की वजह से आम लोगों के पास नई मुद्रा पहुंचने में खासी दिक्कत हो रही है। जिन जगहों पर पुराने नोट स्वीकार हो रहे हैं वहां पर लोग अपने नए नोटों को लेने के लिए पुराने नोट दे रहे हैं। इस तरह से जो नई करेंसी बाजार में जा चुकी है वो चलन में ही नहीं आ रही है।
आरबीआई अब और तेजी से छापेगी नई मुद्रा
पेट्रोल पंप से सरकार को नई मुद्रा मिल नहीं रही है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि ये छूट पूरी तरह से बंद नहीं होगी तब तक नई मुद्रा चलन में नहीं आ सकेगी। इस समस्या को खत्म करने के लिए विशेषज्ञ यही सुझाव दे रहे हैं कि अब इस छूट को पूरी तरह से खत्म करना होगा। तभी औसतन सभी लोगों के पास नई मुद्रा पहुंच सकेगी। इस छूट को खत्म करने से पहले सरकार और आरबीआई को भी अपनी तैयारी पूरी रखनी होगी। अब आरबीआई को ज्यादा से ज्यादा नए नोटों की सप्लाय बाहर करनी होगी। इस समय आरबीआई रोजाना सीमित मुद्रा ही छाप रही है। प्रीटिंग भी लगभग रोजाना हो रही है। आरबीआई को 30 दिसंबर से पहले तेजी से नोट छापने का टारगेट भी मिला है। अब नए नोटों को चलन में लाने के लिए इस छूट को जल्द से जल्द खत्म कर दिया जाएगा।