विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को ग्रीन पटाखों को ले कर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। उन्होंने नागपुर स्थित अपने अधीन आने वाले राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी) के अधिकारियों को भी इसमें बुलाया। लेकिन उन्होंने कहा कि इस दिवाली पटाखेे नहीं चल सकेंगे। आखिर ग्रीन पटाखे कब तक तैयार हो पाएंगे, यह पूछने पर उन्होंंने इसकी जिम्मेदारी पेसो पर डाल दी। इस दौरान उन्होंने ग्रीन पटाखों के फार्मूले का एलान जरूर किया। उन्होंने दावा किया कि ग्रीन पटाखे तैयार हुए तो ये आम पटाखों के मुकाबले पच्चीस से तीस फीसदी कम प्रदूषण करेंगे।
कब बनेंगे मानक, कब मिलेगा लाइसेंस!
पेसो की ओर से ग्रीन पटाखों के मानक तय किए जाने या पटाखा बनाने वाले फैक्ट्रियों को लाइसेंस देने के बारे में अब तक कुछ नहीं कहा जा रहा। केन्द्रीय वाणिज्य एवम उद्योग मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी इस संबंध में कोई जानकारी होने से इंकार किया।
दिल्ली सरकार ने जारी की पटाखे फोडऩे की गाइड लाइन
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार ने पटाखे जलाने के लिए नई
गाइड लाइन जारी की है। गाइड लाइन में कहा गया है कि अपने अपने घरों के सामने पटाखे फोडऩे की अपेक्षा कॉलोनी, मुहल्ले के खुले स्थान पर एकत्रित होकर पटाखे चलाए जाएं।
दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश की अध्यक्षता में हाल ही हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पटाखे जलाने की जगह चुनने के पहले स्कूल, अस्पताल का ध्यान रखा जाए। सरकारी कालोनियों, ग्रुप हाउसिंग सोसायटी और अवैध कालोनियों में भी तत्काल प्रभाव से खुली जगह तलाशने को कहा गया है। इसके लिए स्थानीय पुलिस की भी मदद लेने को कहा गया है।