जानकारी के मुताबिक, पंजाबी सेवा सदन में सामूहिक शादी का आयोजन किया गया था। लेकिन, सात फेरे पूरे होने के बाद दूल्हे और दुल्हनों ने हेलमेट पहन लिए। दरअसल, इन सात जोड़ों ने सात जन्मों तक साथ निभाने की कसम लेने के साथ आठवां फेरा हेलमेट पहन कर सड़क सुरक्षा के लिए लिया। दूल्हे और दुल्हन को यह हेलमेट भेंट किया कैथल के सब इंस्पेक्टर रामलाल ने। रामलाल ने सभी जोड़ों से आठवां फेरा हेलमेट पहनकर लेने को कहा। रामलाल के इस प्रस्ताव को सुनकर आयोजक से लेकर दूल्हा-दुल्हन तक तैयार हो गए। इस दौरान सभी जोड़ों ने संकल्प लिया कि जब भी वो दोपहिया वाहन का इस्तेमाल करेंगे, तो हेलमेट का
जरूर इस्तेमाल करेंगे। वहीं, इंस्पेक्टर के इस पहल से वहां मौजूद लोग काफी खुश भी हुए।
ट्रस्ट चलाते हैं एसआई रामलाल शादी समारोह के बाद एसआई रामलाल ने बताया कि उन्होंने ‘डॉटर विद हेलमेट’ ट्रस्ट बनाया है। इसकी शुरुआत उन्होंने अपने गृह क्षेत्र फतेहाबाद के टोहाना के फतेहाबाद से की थी। अब तक वह टोहाना, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल में 250 हेलमेट महिलाओं को खुद अपने पैसे से भेंट कर चुके हैं। सामूहिक विवाह में दिए 14 हेलमेट के खर्च में पुलिसकर्मियों ने भी सहयोग किया। इनमें एसएचओ जयवीर सिंह, एएसआइ शमशेर सिंह, होमगार्ड दीपू, नीलकंठ सहित कई और भी शामिल हैं। वहीं, कैथल की एसपी आस्था मोदी ने कहा कि यह एक सराहनीय कदम है। पूरा पुलिस विभाग एसआइ रामलाल को इस कार्य में सहयोग करेगा। कैथल में पुलिस विभाग पहले ही डॉटर विद हेलमेट अभियान चला रहा है। भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम पुलिस विभाग चलाएगा।