जेटली ने मेड इन ओडिशा सम्मेलन से इतर कहा कि नोटबंदी का असर एक से दो तिमाहियों तक रह सकता है, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ होगा।
भुवनेश्वर। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि 8 नवंबर को की गई नोटंबदी के बाद लोग जो परेशानी झेल रहे हैं, वह केवल तीन से छह महीने तक ही जारी रहेगी। लेकिन लंबे समय में इससे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
जेटली ने मेड इन ओडिशा सम्मेलन से इतर कहा कि नोटबंदी का असर एक से दो तिमाहियों तक रह सकता है, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ होगा। मंत्री ने नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) पर समर्थन के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को धन्यवाद दिया।
इस साल ओडिशा की उच्च विकास दर की तारीफ करते हुए जेटली ने कहा कि अगर ओडिशा का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद से तेज होती है तो इससे राष्ट्रीय जीडीपी को बढ़ावा मिलेगा। ओडिशा की जीडीपी दर 9.2 फीसदी रही है जो राष्ट्रीय जीडीपी दर से 2 फीसदी ज्यादा है।
इस महीने के दूसरे मंगलवार, यानी 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर एक अभूतपूर्व तथा ऐतिहासिक घोषणा के तहत 500 तथा 1,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया, और देश में अगली सुबह से ही चहुंओर अफरातफरी का माहौल बन गया।
सारा देश इस बात से परेशान था कि अब रोजमर्रा की जरूरतों का सामान कैसे खरीदा जा सकेगा, उसके बाद के दिनों में पूरे देश ने बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबी-लंबी, बेहद लंबी लाइनें देखीं, जिनमें लोग भूखे-प्यासे रहकर नए, या छोटे नोट हासिल करने की जद्दोजहद घंटों खड़े रहे। कहीं-कहीं तो रात-रातभर लाइन में खड़े रहकर लोगों ने अपना नंबर सुरक्षित रखा, ताकि बैंक या एटीएम खुलते ही पैसा निकाल सकें।