वो ही राम और कृष्ण भी
रमेशचंद्र ने निगम से आए नोटिस के जवाब में दलील दी कि जब वो काम पर आता तो उसकी साधना में रुकावट हो जाती है, इसलिए उसे छुट्टी पर जाना पड़ा। उनका कहना है कि वो ही राम और कृष्ण भी हैं। यही नहीं वह अपनी मां को अहिल्याबाई और पत्नी को लक्ष्मी का अवतार बता रहे हैं।
पिछले 8 महीनों में मात्र 15 दिन काम पर गए
रमेशचंद्र बिना किसी जानकारी 8 महीने से गायब हैं,इस बारे में पता करने के लिए विभाग ने उन्हें नोटिस भेजकर कारण जानना चाहा। इसके जवाब में उन्होंने बताया कि फिलहाल वो वैश्विक चेतना और बारिश के लिए साधना करने में मग्न हैं। इसके चलते वे शारीरिक रूप से ऑफिस नहीं आ पा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक रमेशचंद्र ने पिछले 8 महीनों में मात्र 15 दिन काम पर पहुंचे हैं।
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2016 से शुरू हो चुका है सतयुग :रमेशचंद्र
नोटिस का जवाब देते हुए उन्होंने कारण तो बताया ही, साथ ही ये दावा भी किया कि पिछले कुछ सालों से हो रही अच्छी बारिश उनकी साधना का ही नतीजा है। उन्होंने ये भी कहा कि ये सब उनके खुद को विष्णु का अवतार बताने की वजह से मुमकिन हुआ है। रमेश यही नहीं रूके उन्होंने आगे कुछ ऐसा कह दिया जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला तर्क था। उनका दावा है कि 16 सितम्बर 2016 से दुनिया में एक बार फिर सतयुग शुरु हो गया है। इसलिए अब उनका दफ्तर आना मुमकिन नहीं।
पहले एक IPS अधिकारी ने खुद बताया था राधा का अवतार
गौरतलब है कि खुद को किसी पौराणिक कथा के अवतार बताने वाले रमेशचंद्र पहले कर्मचारी नहीं है। इससे पहले IPS अधिकारी डीके पांडा ने भी खुद को लेकर कुछ ऐसे ही दावे किए थे, जिसके बाद वो भी ऐसे ही चर्चा में आए थे। उस समय डीके पांडा ने खुद को राधा बताया था। पांडा ने सिर्फ दावे नहीं किए थे,बल्कि साड़ी और श्रृंगार कर महिला का रूप भी धारण कर लिया था। आपको बता दें कि डीके पांडा यूपी पुलिस में IG के पद पर कार्यरत थे उसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था। पांडा 1971 बैच के आईपीएस अफसर हैं।