उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से निर्णय को रद्द कर दिया जाना चाहिए और जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य घोषित किया जाना चाहिए। कोरोनावायरस को लेकर आई अच्छी खबर, भारत को मिली बड़ी कामयाबी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सबसे पहले नजरबंद सभी नेताओं को रिहा किया जाए तब आगे की बातों के बारे में सोचेंगे। जिस राज्य के पूर्व तीन मुख्यमंत्री बंद हो वहां कैसी जम्हूरियत।
इससे पहले श्रीनगर पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, वह बहुत खुश हैं क्योंकि साढ़े सात महीने के बाद वह डॉ. फारूक अब्दुल्ला से मिले हैं।
इसी के साथ उन्होंने हैरानगी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे अभी भी समझ में नहीं आया कि फारूक घर में नजरबंद क्यों थे। उन्होंने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में विकास चाहिए तो नेताओं को छोड़ना होगा, रिहा करना होगा।
तेजी से बदल रहा है मौसम का मिजाज, इन राज्यों में बारिश के साथ बढ़ने वाली है ठंड राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करनी होगी। यहां चुनाव होने चाहिए और जम्मू-कश्मीर के लोग जो करना चाहते हैं, वे करें।