‘हम कोशिश कर रहे हैं कि वीजा नियम सख्त ना हो’ उन्होंने कहा कि हालांकि अब तक एच-1 बी वीजा नीति में अमरीका ने कोई बड़ा परिवर्तन नहीं किया है लेकिन वीजा नियमों को सख्त बनाने को लेकर अमरीका में मौजूद मनोभाव भारत सरकार, विपक्षी सदस्य और पूरे सदन के लिए चिंता का कारण है। मंत्री ने कहा, ‘दरअसल, वीजा की संख्या जो 2014 में 1,08,000 थी वह 2018 में बढ़कर 1,29,000 हो गई है। लेकिन, आशंका बनी है कि वीजा की संख्या में कटौती हो सकती है या इसके नियमों को अधिक सख्त बनाया जा सकता है। लेकिन हम अपनी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि ऐसा न हो। मैंने अपने समकक्ष रेक्स टिलरसन के पास इस मसला को उठाया है। वित्त मंत्री ने अमरीकी व्यापार और वाणिज्य मंत्री से बात की है। हाल ही में हमारे वाणिज्य मंत्री ने भी इस मसले को उठाया।’
मीटिंग में शिरकत करेंगे ये दिग्गज ट्रंप प्रशासन ने फरवरी में नई वीजा नीति बनाई है जिसके तहत एच-1बी वीजा जारी करने के नियमों को सख्त बनाया गया है। भारत और अमरीका के बीच होने वाले मंत्रिस्तरीय वार्ता में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री शामिल होंगे जहां वे दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंध को आगे बढ़ाने की दिशा में बातचीत करेंगे। अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस इस वार्ता में हिस्सा लेंगे।