2015 में अंसारी के खिलाफ सजा सुनाई गई
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंसारी मुंबई के रहने वाले हैं। उन्हें 15 दिसंबर 2015 को एक फौजी अदालत ने जेल की सजा सुनाई थी। सजा पूरी होने पर उन्हें रिहा कर दिया गया। उनकी जेल की सजा पिछले सप्ताह पूरी हो चुकी थी, किंतु कानूनी दस्तावेज तैयार नहीं होने के कारण भारत के लिए रवाना नहीं हो सके थे। गुरुवार को पेशावर उच्च न्यायालय ने सरकार को उन्हें वापस वतन भेजने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक महीने का समय दिया था। रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि राजनयिक पहुंच के लिए और उनके खिलाए लगाए गए आरोपों पर स्पष्टता के लिए 96 बार ‘नोट वरबल्स’ जारी किए गए जिन पर भारत को संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
क्या है मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंसारी फेसबुक के जरिए महिला दोस्त से मिलने के लिए 6 साल पहले पाकिस्तान में चला गया था। जिसके बाद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया था। भारत ने पाकिस्तान से मछुआरों समेत उन अन्य भारतीय नागरिकों को भी मुक्त करने की गुजारिश की है, जिनकी सजा पूरा हो चुकी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार के अनुसार- ‘हमें पाकिस्तान से आज एक नोट (संदेश) मिला है कि वे भारतीय नागरिक हामिद निहाल अंसारी को रिहा कर रहे हैं। यह हमारे लिए बड़ी राहत का मामला है