पंचायतों का तुगलकी फरमान हरियाणा में भी कोरोना वायरस का कहर जारी है। लेकिन, यहां के कुछ गांव ऐसे हैं जहां कोरोना का भय नहीं है। यहां के पंचायतों ने तो कोरोना की जांच को लेकर फरमान भी जारी कर दिया है। फ़तेहाबाद जिले के तामसपुरा और अलीपुर बरोटा गांव के ग्राम पंचायतों ने साफ कहा है कि यहां कोरोना की जांच नहीं होगी। इतना ही नहीं पंचायतों ने मिलकर एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें कहा गया है कि गांव में कोरोना की टेस्टिंग नहीं होगी। अगर कोई अधिकारी कोरोना की जांच के लिए यहां आते हैं तो उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। पंचायत ने अपने लेटर हेड पर लिखा है कि गांव में कोरोना का एक भी मरीज नहीं है। लिहाजा, यहां कोरोना की जांच की जाएगी। इतना ही नहीं पंचायत ने यह भी कहा है कि इस समय फसल की कटाई चल रही है और अगर कोई कोरोना संक्रमित भी पाया जाता है तो उसे आसपास के इलाके में क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। पंचायत का कहना है कि इस तरहसे वह न तो मजदूरी कर पाएगा और ना ही अपनी फसल काट पाएगा।
प्रशासन ने कही ये बात इधर, प्रशासन को जैसे ही इस मामले की जानकारी मिली तुरत मामले पर संज्ञान लिया गया। पंचायत का कहना है कि ऐसे तुगलकी फरमान जारी करने वाली पंचायतों को नोटिस भी जारी किया जा सकता है। उपायुक्त का कहना है कि इस मामले को लेकर पंचायतों से जवाब भी मांगा जाएगा। वहीं, एक ग्राम पंचायत को जैसे ही इस आदेश के बारे में जानकारी मिली उसने अपना फैसला वापस ले लिया है। यहां आपको बता दें कि कुछ समय पहले स्वास्थ्यकर्मी जब कोरोना की जांच के लिए गांव पहुंचे तो टेस्टिंग किट को आग के हवाले कर दिया गया था। गौरतलब है कि राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 10,867 है। वहीं, 12,6267 मरीज ठीक हो चुके हैं। जबकि, 1548 लोगों की मौत हो गई है।